मिशन शक्ति अभियान: महिलाओं और बालिकाओं को सुरक्षा के लिए जागरूक किया गया
उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी मिशन शक्ति अभियान के तहत शुक्रवार को पुखरायां के डेरापुर कस्बे में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और सुरक्षित महसूस कराने के लिए पहल
पुखरायां: उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी मिशन शक्ति अभियान के तहत शुक्रवार को पुखरायां के डेरापुर कस्बे में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। थाना डेरापुर की महिला सुरक्षा दल द्वारा प्राथमिक विद्यालय में आयोजित इस गोष्ठी में बड़ी संख्या में महिलाओं और बालिकाओं ने भाग लिया।
महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक पहल इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित महसूस कराना था। महिला सुरक्षा दल की पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को बताया कि अगर उनके साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो वे घबराएं नहीं, बल्कि तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए शुरू किए गए विभिन्न टोल फ्री नंबरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
महत्वपूर्ण टोल फ्री नंबर:
- वूमेन पावरलाइन: 1090
- आपातकालीन सेवा: 112
- महिला हेल्पलाइन: 181
- चाइल्ड लाइन: 1098
- एंबुलेंस: 108
- स्वास्थ्य सेवा: 102
- फायर ब्रिगेड: 101
- साइबर संबंधी सहायता: 1930
जागरूकता का प्रसार इस कार्यक्रम में महिलाओं को न केवल सुरक्षा संबंधी जानकारी दी गई, बल्कि उन्हें यातायात नियम, मानव तस्करी, बाल शोषण, बाल श्रम, बाल विवाह जैसी सामाजिक समस्याओं के बारे में भी जागरूक किया गया। महिलाओं को बताया गया कि वे इन समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाएं और अधिकारियों की मदद लें।
शक्ति दीदी अभियान: महिला सशक्तिकरण का नया आयाम शक्ति दीदी अभियान के तहत महिलाओं को स्वावलंबी बनाने और उन्हें समाज में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस अभियान के तहत महिलाओं को विभिन्न कौशल विकास प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
एक सफल कार्यक्रम यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को यह संदेश दिया गया है कि वे अकेली नहीं हैं और उनके साथ होने वाले किसी भी अन्याय के खिलाफ वे लड़ सकती हैं।
आगे का रास्ता इस तरह के कार्यक्रमों को नियमित रूप से आयोजित किया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक महिलाओं को जागरूक किया जा सके। साथ ही, सरकार को महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए और अधिक कदम उठाने चाहिए।