मिशन शक्ति: एक दिन की खंड शिक्षा अधिकारी बनी ईशा
संविलयन विद्यालय राजपुर की कक्षा 7 की छात्रा ईशा ने मिशन शक्ति के तहत एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। उसे एक दिन के लिए खंड शिक्षा अधिकारी का पद सौंपा गया।
- शिक्षा में नया अध्याय: ईशा ने शिक्षकों को दिए निर्देश
कानपुर देहात: संविलयन विद्यालय राजपुर की कक्षा 7 की छात्रा ईशा ने मिशन शक्ति के तहत एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। उसे एक दिन के लिए खंड शिक्षा अधिकारी का पद सौंपा गया। इस अनूठे अनुभव से ईशा न केवल बेहद उत्साहित हुई बल्कि उसे प्रशासनिक कार्यप्रणाली को करीब से समझने का मौका भी मिला।
खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पहुंचकर ईशा ने बीआरसी कार्यालय में चल रही आउट ऑफ स्कूल ट्रेनिंग (शारदा) में भाग ले रहे शिक्षकों को बच्चों के नामांकन के तरीकों के बारे में बताया और विद्यालय में आ रही समस्याओं को सुनकर उन पर तुरंत कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
बालिकाओं को अधिकारियों के प्रति भरोसा दिलाने की दिशा में एक कदम
मिशन शक्ति के पांचवें चरण के तहत बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा यह पहल बालिकाओं को अधिकारियों के प्रति डर भगाने और उन्हें प्रशासनिक कार्यप्रणाली से अवगत कराने के उद्देश्य से की गई है। विकासखंड राजपुर की नोडल शिक्षिका कंचन शुक्ला के नेतृत्व में संविलयन विद्यालय राजपुर की छात्राएं वैष्णवी, सनम, अंशिका, इरम, नशरा, जैनब आदि विद्यालय स्टाफ के साथ खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचीं।
शिक्षकों पर की जाने वाली कार्यवाही को निरस्त किया
एक दिन की खंड शिक्षा अधिकारी के रूप में ईशा ने न केवल अधिकारियों की कार्य प्रणाली को समझा बल्कि शिक्षकों के अनुरोध पर कुछ शिक्षकों पर की जाने वाली कार्यवाही को भी निरस्त कर दिया। इस निर्णय से शिक्षकों में काफी उत्साह देखा गया।
मिशन शक्ति कार्यक्रम की सराहना
खंड शिक्षा अधिकारी संजय गुप्ता ने ईशा को प्रोत्साहित करते हुए मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत बेसिक शिक्षा विभाग की इस पहल की सराहना की। उन्होंने ईशा के सभी प्रश्नों का विस्तार से उत्तर दिया।
यह एक सकारात्मक पहल है जो बालिकाओं में आत्मविश्वास बढ़ाएगी और उन्हें भविष्य में अधिकारियों के रूप में देखने के लिए प्रेरित करेगी।