मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत छात्रा को एक दिन के लिए बनाया गया बीईओ
मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत सरवनखेड़ा विकासखंड में एक दिन के लिए मेधावी छात्रा काजल साहू को खंड शिक्षा अधिकारी बनाया गया। छात्रा काजल साहू की अध्यक्षता मे शनिवार को खंड शिक्षा अधिकारी एवं विकासखंड के समस्त प्रधानाध्यापकों के बीच मासिक बैठक सपन्न हुई।
- छात्रा ने कहा शिक्षक न बरतें कोई लापरवाही
राजेश कटियार, कानपुर देहात। मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत सरवनखेड़ा विकासखंड में एक दिन के लिए मेधावी छात्रा काजल साहू को खंड शिक्षा अधिकारी बनाया गया। छात्रा काजल साहू की अध्यक्षता मे शनिवार को खंड शिक्षा अधिकारी एवं विकासखंड के समस्त प्रधानाध्यापकों के बीच मासिक बैठक सपन्न हुई। शारदीय नवरात्र में मिशन शक्ति के अन्तर्गत विद्यालयों मे महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन कार्यक्रम के तहत खण्ड शिक्षा अधिकारी अजब सिहं ने छात्राओं के स्वाभिमान को बढाने के लिए नई पहल शुरु की है।
उन्होंने संविलियन उच्च प्राथमिक विद्यालय सरवनखेड़ा की कक्षा-8 की छात्रा काजल साहू को माह अक्टूबर की बैठक के लिए अपनी कुर्सी पर बीईओ की पदवी देकर बैठाया और बैठक में अध्यक्षता खण्ड शिक्षा अधिकारी के रूप में करने के लिए अधिकृत किया। छात्रा काजल की अनुमति से एआरपी अरुण कुमार दीक्षित ने एजेंडा बिन्दुओं पर प्रकाश डाला।
बैठक मे उपस्थित प्रधानाध्यापकों ने अपने विद्यालय को निपुण बनाने मे अब तक क्या कार्य किया इसके आंकड़े प्रस्तुत किए। अजब सिंह ने कहा कि जिन विद्यालयों की छात्र संख्या 60 या उससे कम है वे सभी विद्यालय माह नवम्बर मे निपुण होने चाहिए। जिन विद्यालयों में इससे अधिक छात्र संख्या है उन विद्यालयों को 15 दिसंबर तक अपने आपको निपुण घोषित करना है। इसके लिए आप सभी अपने स्टाफ के साथ समन्वय बनाए और कक्षा 1, 2 एवं 3 में शिक्षण कार्य कर रहे शिक्षको से प्रतिदिन की प्रगति का डाटा लें, किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए। यदि सब मिलकर प्रयास करेंगे तो लक्ष्य बहुत आसान है। उन्होंने एआरपी सौरभ यादव से अब तक जिन विद्यालयों का परफॉर्मेंस सबसे खराब रहा उसकी जानकारी ली और एआरपी टीम को इन विद्यालयों का सपोर्ट करने के निर्देश दिए।
प्राची शर्मा डायट प्रवक्ता एवं मेंटर सरवनखेड़ा ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी के पास में अनुभव एवं ऊर्जा भरपूर है आप सभी अपनी शक्ति को पहचाने और उसका प्रयोग करते हुए प्रत्येक छात्र-छात्रा को सिखाने का प्रयास करें। आप सभी सोचिए यदि बच्चे भाषा और गणित नहीं जानेगें और कक्षा 8 पास कर जाएंगे तो समाज का भविष्य कैसा होगा। बच्चों को सिखाने की जिम्मेदारी हम सभी के ऊपर निर्भर करती है। शिक्षक यदि अपनी जिम्मेंदारियों से मुंह मोड़ लेंगे तो बच्चे कैसे सीखेंगे। आज आप सभी बच्चों को प्रारंभिक कक्षाओं में भाषा और गणित सिखाने में काफी संघर्ष कर रहे हैं। यदि निपुण लक्ष्य विभाग नहीं देता तो क्या जिस तरह से आप सभी अब प्रयास कर रहे हैं इस तरह से प्रयास करते। यह बात प्रत्येक शिक्षक को सोचनी चाहिए।
एआरपी संजय कुमार शुक्ला ने विगत माह एवं वर्तमान माह में एआरपी द्वारा किए जा रहे पर्यवेक्षण का डाटा प्रस्तुत किया जिसमें उन्होंने बताया कि बार-बार सुझाव देने के बाद भी कतिपय विद्यालय संदर्शिका का प्रयोग नही कर रहे हैं और न ही साप्ताहिक आकलन ट्रैकर को सही से भरा जा रहा है। आप सभी संदर्शिका का प्रयोग समय सारणी के अनुसार करें। एआरपी ने कहा कि विद्यालय को निपुण बनाने मे जो मुख्य समस्या आ रही हैं वह बच्चों की उपस्थित शत-प्रतिशत नियमित न होना क्योंकि जब तक सभी बच्चे कक्षा मे उपस्थित नहीं होंगे तब तक कक्षा को निपुण बनाना असंभव है।
बच्चों की उपस्थिति को बढ़ाने के लिए प्रार्थना सभा में सबसे अधिक उपस्थित रहने वाले बच्चों को साप्ताहिक रूप से प्रोत्साहित किया जाए जिससे कि अन्य बच्चे भी प्रेरित हो।
बैठक में अध्यापक अनुराग मिश्रा प्राथमिक विद्यालय भरतपुर ने अपने विद्यालय को निपुण बनाने के लिए जो प्रयास किए उसका प्रस्तुतीकरण दिया और कहा कि उनका विद्यालय नवम्बर माह में निपुण विद्यालय बनने के लिए मूल्यांकन हेतु रजिस्ट्रेशन कराएगा।
यू-डायस प्लस पोर्टल पर शैक्षिक सत्र 2023-24 का कार्य कैसे पूर्ण करना है इसकी जानकारी ऋषभ बाजपेई ने दी और बताया कि कार्य को 31 अक्टूबर 2023 तक पूर्ण करना है।
बैठक में जिन विद्यालयों ने अच्छा कार्य किया उनका उत्सवर्धन किया गया और उनसे सीखने के लिए अन्य विद्यालयों के शिक्षकों को प्रेरित किया गया। एआरपी अरुण दीक्षित ने कहा कि निपुण लक्ष्य ऐप का प्रयोग सभी शिक्षक अधिक से अधिक करें जिससे बच्चे फोन से पढने के लिए सहजता महसूस करें। पर्यवेक्षण के समय देखा जाता है कि बच्चे किताब पढ पा रहे हैं लेकिन ऐप पर नहीं पढ पा रहे हैं। इसका मुख्य कारण बच्चों का फोन पर अभ्यास न कराया जाना है।
एआरपी सौरभ यादव ने कहा कि विगत माह आप सभी ने जो निपुण छात्रों के आंकड़े उपलब्ध करायें और जो इस माह दिए उसमें मात्र पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो कम है अगर हम सभी गंभीरता के साथ अपने शिक्षण कार्य को नहीं करेंगे तो माह दिसंबर तक विकासखंड को निपुण विकासखंड बनाना सहज नहीं होगा।
बैठक की अध्यक्षता कर रही छात्रा ने शिक्षकों से कहा कि आप सभी की अच्छी शिक्षा से हम सभी बच्चों का भविष्य संवर सकता है, हम अपने गुरू जी पर अटूट विश्वास करते हैं।
छात्रा ने यह भी कहा कि मिशन शक्ति के तहत नारी शक्ति, नारी सम्मान को बढ़ावा मिलना चाहिए। मार्शल आर्ट जैसी चीजें स्कूलों में जरूर होनी चाहिए जिससे लड़कियां अपनी सुरक्षा खुद कर सकें। स्कूलों में बालक बालिकाओं के लिए शौचालयों की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
बैठक मे एआरपी रूचिर मिश्रा, लालचन्द सिहं, अनीता देवी, सुनीता श्रीवास्तव, अनुपम देवी, शाहिन अख्तर, कुसुमलता, समीक्षा द्विवेदी, अवधेश कुमार, निरुपम तिवारी, प्रभा शुक्ला, विनोद शर्मा, प्रतिभा कटियार, अजय तिवारी, अन्नू सचान, जफर अख्तर, प्रभावती कुशवाह, रश्मि सिंह, दिनेश शंखवार, अजय तिवारी आदि उपस्थित रहे।