Sydney Test Draw: भारत के चोटिल खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया की जीत पर फेरा पानी, 44 साल बाद इतिहास रचने से चूका
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेला गया बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा. चोटिल हनुमा विहारी ने 161 गेंदो में नाबाद 23 रनों की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया के जीत के मनसूबों पर पानी फेर दिया.

इसके अलावा भारत को हार से बचाने में आर अश्विन का भी अहम योगदान रहा. अश्विन ने 128 गेंदो में 39 रनों की नाबाद पारी खेली. टेस्ट क्रिकेट में चार साल के बाद अश्विन ने एक पारी में 100 से ज्यादा गेंदे खेली हैं.
चौथी पारी में भारत को जीत के लिए 407 रनों की जरूरत थी, लेकिन चौथे दिन रोहित शर्मा (52) और शुभमन गिल (31) के आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया की जीत निश्चित लग रही थी. इसके बाद पांचवें दिन शुरुआती छह ओवर के खेल में ही भारत ने कप्तान अजिंक्य रहाणे का विकेट भी गवां दिया. रहाणे चौथे दिन के स्कोर में एक रन भी नहीं जोड़ सके और चार रनों पर ही पवेलियन लौट गए.
रहाणे के आउट होने के बाद ऐसा लग रहा था कि मानो दो सेशन में ही ऑस्ट्रेलिया मैच जीत लेगी. लेकिन इसके बाद चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत ने चौथे विकेट के लिए 148 रनों की साझेदारी की.
पुजारा 205 गेंदो में 77 रन बनाकर जोश हेजलवुड की गेंद पर आउट हुए. अपनी इस पारी में उन्होंने 12 चौके लगाए. वहीं पंत ने 118 गेंदो में 97 रनों की अपनी तूफानी पारी में 12 चौके और तीन गगनचुंबी छक्के लगाए.
इन दोनों के काम को हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन ने अंजाम तक पहुंचाया. विहारी ने 161 गेंदों पर सिर्फ नाबाद 23 रन बनाए और अश्विन ने 128 गेंदों पर नाबाद 39 रन बना 62 रनों की साझेदारी कर मैच ड्रॉ करा दिया. विहारी ने जहां चार चौके लगाए, वहीं अश्विन से सात चौके जड़े.
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 338 रन बनाए थे और भारत को पहली पारी में 244 रनों पर समेट दूसरी पारी में 94 रनों की बढ़त के साथ उतरी थी. ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी छह विकेट के नुकसान पर 312 रनों पर घोषित कर भारत को मजबूत लक्ष्य दिया था. इस ड्रॉ के साथ चार मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 की बराबरी पर है. चौथा टेस्ट मैच ब्रिस्बेन में खेला जाएगा.
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