मृतिका के परिजनों को पांच लाख रुपए का मुआवजा देने का आश्वासन देकर बिजली विभाग ने लगाया मरहम
बकरियां चराने गई महिला विद्युत करंट की चपेट में आ गई जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गई और परिजन आनन फानन में सीएचसी लेकर पहुंचे जहां से डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज के बाद कानपुर के उर्सला रेफर कर दिया, वहां इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई थी जिसके बाद परिजन महिला के शव को लेकर गांव पहुंचे और बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोशित नजर आए।
- बिजली करंट की चपेट में आने से महिला की हुई थी मौत
- मृतिका के परिजनों समेत ग्रामीणों में बिजली विभाग के खिलाफ दिखा भारी आक्रोश
मोहित बाथम,कानपुर देहात: बकरियां चराने गई महिला विद्युत करंट की चपेट में आ गई जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गई और परिजन आनन फानन में सीएचसी लेकर पहुंचे जहां से डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज के बाद कानपुर के उर्सला रेफर कर दिया, वहां इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई थी जिसके बाद परिजन महिला के शव को लेकर गांव पहुंचे और बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोशित नजर आए। शुक्रवार को परिजन सहित ग्रामीण विद्युत उपकेंद्र के घेराव की बात कहने लगे मगर उससे पहले ही मौके पर पहुंचे जेई के द्वारा 5 लाख रुपए की राहत राशि का आश्वासन दे दिया जिसके बाद परिजन शांत हो गए और अंतिम संस्कार को राजी हो गए।
जानकारी के मुताबिक बुधवार को थाना मंगलपुर क्षेत्र के भंदेमऊ गांव के खेतों में रजोली पत्नी राजकिशोर बकरियां चराने के गई थी। इसी बीच आरोप है कि खेत में टूटे पड़े 11 हजार विद्युत लाइन में दौड़ रहे करंट की चपेट में आकर रजोली नाम की महिला गंभीर रूप से झुलस गई। परिजनों को इस बात सूचना लगते ही मौके पर पहुंचे और महिला को सीएचसी हवासपुर लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद अकबरपुर जिला अस्पताल भेजा दिया था। हालत में सुधार न देख उसे वहां से उर्सला कानपुर भेजा गया, जहां देर रात उसकी मौत हो गई।
गुरुवार को शव घर भंदेमऊ आने पर परिजनों में चीख पुकार मच गई, वहीं शुक्रवार तक किसी भी विद्युत अधिकारी के गांव न पहुंचने पर परिजन सहित ग्रामीण आक्रोशित हो गए और परिजनों ने शव के अंतिम संस्कार से मना करते हुए विद्युत उपकेंद्र का घेराव करने की बात कहने लगे, इस बात की सूचना मिलते ही विद्युत उपकेंद्र अवर अभियंता सुनील कुमार मौके पर पहुंचे और उन्होंने परिजनों को प्रपत्र के माध्यम से 5 लाख रुपए मुआवजे का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार को राजी हो गए। अवर अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि विभागीय नियमानुसार पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। प्रपत्र के माध्यम से परिजन को आश्वासन दिया गया है।