कानपुर, अमन यात्रा। मेट्रो जब शुरू होगी तो स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं के लिए बहुत कुछ ऐसा भी होगा जो कैमरों और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़ा हुआ होगा। उसमें स्टेशन पर तैनात स्टाफ को नजर रखने की जरूरत नहीं होगी। कैमरा जो कुछ देखेगा वह खुद तय करेगा कि यह सामान्य मानवीय गतिविधि है या कुछ अलग। उसे जैसे ही कुछ अलग दिखेगा वह तुरंत ही स्टेशन कंट्रोलर के पास एक मैसेज भेजेगा जो उसके सिस्टम पर पॉप अप करेगा। कैमरा उसे दिखा देगा कि कहां क्या गड़बड़ हो रही है और स्टाफ उसे वहां पहुंच कर उस गड़बड़ी को रोकेगा।
ये कैमरे किस कदर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से परिपूर्ण होेगे कि अगर कोई सामान मेट्रो स्टेशन पर कुछ मिनट तक किसी ने नहीं उठाया और वह लावारिस की तरह पड़ा रहा तो स्टेशन पर लगे सेंसटिव कैमरे खुद उसके बारे में स्टेशन कंट्रोलर को बता देंगे। स्टेशन पर जो भी यात्रियों से जुड़ा हिस्सा होगा वह पूरी तरह इन कैमरों की निगाह में होगा। कोई भी हिस्सा कैमरे की नजर से दूर नहीं होगा।
अगर कोई यात्री मेट्रो स्टेशन पर रेलवे ट्रैक के पहले प्लेटफार्म पर बनी पीली लाइन को पार करेगा तो भी कैमरे कंट्रोलर को उसकी जानकारी दे देंगे कि कोई ट्रैक की तरह जा रहा है। इससे यात्रियों को भी ट्रैक से दूर रखने में मदद मिलेगी। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के निदेशक आपरेशन सुशील कुमार के मुताबिक सभी स्टेशन पर ये कैमरे लगाए जा रहे हैं। ये कैमरे खुद ही मैसेज भेजने में भी सक्षम हैं।