मोटे अनाज के महत्व पर शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम
अमरौधा विकासखंड के सभागार में सोमवार को कृषि विभाग द्वारा मोटे अनाज से संबंधित विकासखंड स्तरीय एकदिवसीय प्राथमिक एवं जूनियर शिक्षकों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
पुखरायां : अमरौधा विकासखंड के सभागार में सोमवार को कृषि विभाग द्वारा मोटे अनाज से संबंधित विकासखंड स्तरीय एकदिवसीय प्राथमिक एवं जूनियर शिक्षकों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में भूमि संरक्षण अधिकारी देवेंद्र कुमार वर्मा, अवर अभियंता ए.के. सिंह, एडीओ कृषि बलवीर प्रजापति, और पुखरायां राजकीय कृषि बीज भंडार के प्रभारी सुशील कटियार ने मोटे अनाज जैसे बाजरा, ज्वार, सावां, और कोदो के प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने स्कूलों में विद्यार्थियों को मोटे अनाज के महत्व के बारे में प्रतिदिन जानकारी दें ताकि वे इसकी बुआई के लिए प्रेरित हो सकें। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि मोटा अनाज, जिसे श्री अन्न भी कहा जाता है, खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है और पाचन संबंधी रोग जैसे शुगर, बीपी, हार्ट अटैक, और कैंसर जैसी भयंकर बीमारियों से बचाव होता है। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पुखरायां राजकीय कृषि भंडार प्रभारी सुशील कटियार, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अवर अभियंता रूप सिंह, वरिष्ठ प्राविधिक सहायक भोला सिंह, अक्षद द्विवेदी, और ग्रामीण क्षेत्र से आए हुए शिक्षकों ने हिस्सा लिया।
प्रशिक्षण में भाग लेने वाले शिक्षकों में प्रमोद द्विवेदी, पंकज बाजपेई, अनिरुद्ध यादव, राजेश कुमार शर्मा, संदीप कुमार यादव, कुंदन सिंह, सुशील कुमार, मुजफ्फर हुसैन, प्रदीप कुमार, ज्ञानप्रकाश सैनी, विपिन कुमार, राजेश कुमार, महेश कुमार, अनुरुद्ध सिंह, राजा सिंह, इरफान, प्रीति गौर, ओम प्रकाश सोनकर, और कालिका प्रसाद सहित तीन दर्जन से अधिक शिक्षक शामिल थे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य मोटे अनाज के फायदों के बारे में जागरूकता फैलाना और इसके उपयोग को बढ़ावा देना था।