यमुना नदी में नहानेे गए तीन भाई-बहन फिर घर आई ऐसी खबर, स्वजन के नहीं रुक रहे आंसू
एक घंटे की खोजबीन में भरत का कहीं पता नहीं चला। गांव के मधुराज सिंह ने अपने तैराकों के साथ खोजबीन शुरू की तो काफी देर बाद उसका शव घटनास्थल से करीब 500 मीटर दूर मिला। आनन-फानन स्वजन उसे सीएससी जसपुरा ले गए।
कानपुर, अमन यात्रा। यमुना नदी में नहाते समय तीन मासूम सगे भाई-बहन पानी में बह गए, जिसमें एक भाई की मौत हो गई। उसके एक भाई व एक बहन की तैरकों ने पानी से बाहर निकाल कर जान बचा ली। ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी है। पैलानी थाना क्षेत्र के लसड़ा गांव निवासी रामसेवक का आठ वर्षीय पुत्र भरत सुबह घर से अपनी दस वर्षीय बहन मानी व छह वर्षीय भाई दानी के साथ गांव की यमुना नदी नहाने गया था। वहां नहाते नहाते समय तीनों भाई-बहन पानी में बहने लगे। नदी में मौजूद गांव के राजा सिंह ने मानी और दानी को डूबते हुए देखा तो यमुना में छलांग लगाकर दोनों की जान बचा ली, जबकि भरत नदी में आगे निकल जाने से गहरे पानी में समा गया।
घटनास्थल से करीब 500 मीटर दूर शव मिला : एक घंटे की खोजबीन में भरत का कहीं पता नहीं चला। गांव के मधुराज सिंह ने अपने तैराकों के साथ खोजबीन शुरू की तो काफी देर बाद उसका शव घटनास्थल से करीब 500 मीटर दूर मिला। आनन-फानन स्वजन उसे सीएससी जसपुरा ले गए। जहां सीएचसी अधीक्षक संदीप पटेल ने उसे देखकर मृत घोषित कर दिया। चाचा राहुल सिंह व जितेंद्र सिंह ने बताया कि मृतक तीन भाई व दो बहनों में तीसरे नंबर का था। मां आरती का रो- रो कर बुरा हाल है। तीनों बच्चे घर से बिना बताए यमुना नदी में नहाने चले गए थे। ग्रामीणों से उन्हेंं घटना की जानकारी मिली है। एसआइ धीरेंद्र पाण्डेय ने मौके पर जाकर स्वजन व ग्रामीणों से घटना के बारे में जानकारी की। स्वजन बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि वह बिना पोस्टमार्टम कराए शव का अंतिम संस्कार करेंगे।
Author: AMAN YATRA
SABSE PAHLE