यूट्यूब और डीटीएच चैनल्स के जरिए परिषदीय बच्चे पढ़ेंगे पंखुड़ी, फुलवारी, अक्षरा, मंजूसा जैसी पुस्तकों की कहानियां और कविताएं
बेसिक स्कूलों में पंखुड़ी, फुलवारी, अक्षरा, मंजूसा जैसी पुस्तकों की कहानियां और कविताएं अब दूरदर्शन के डीटीएच के पांच चैनलों के जरिये पढ़ाई जाएंगी।
कानपुर देहात। बेसिक स्कूलों में पंखुड़ी, फुलवारी, अक्षरा, मंजूसा जैसी पुस्तकों की कहानियां और कविताएं अब दूरदर्शन के डीटीएच के पांच चैनलों के जरिये पढ़ाई जाएंगी। राज्य हिंदी संस्थान प्री-प्राइमरी से इंटर तक की कक्षाओं के लिए 50 वीडियो तैयार कर रहा है। इसे स्कूलों में पढ़ाने के अलावा चैनल और यू- ट्यूब पर 24 घंटे प्रसारित किया जाएगा।
नई शिक्षा नीति के तहत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की शाखा राज्य हिंदी संस्थान हिंदी व संस्कृत को सीखने के सरल विधियों को विकसित करने में लगा है। कक्षा छठवीं से 12वीं तक की कक्षाओं में अवधारणा पर आधारित हिंदी व संस्कृत में संधि, अलंकार, संज्ञा, कहानी, कविता के वाचन व व्याख्या की विधि, शब्दार्थ निकालने आदि के तरीके भी बताए जाएंगे। डीटीएच के 173 चैनल पर प्री प्राइमरी से कक्षा एक व दो, 174 पर कक्षा तीन, चार व पांच, 175 पर कक्षा छह, सात व आठ, 176 पर कक्षा नौ व 10 और 177 पर कक्षा 11 व 12 के पाठ्यक्रम पर आधारित वीडियो प्रसारित होंगे।