राजेश कटियार ,लखनऊ/कानपुर देहात। यूपी में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लिया है। सीएम योगी की ओर से ऑनलाइन डिजिटल अटेंडेंस पर रोक लगा दी गई है। शिक्षक संघ और शासन के बड़े अधिकारियों के साथ बैठक के बाद सीएम योगी ने यह फैसला लिया है इस पर 2 महीने तक के लिए रोक लगा दी गई है। बता दें कि सरकार के डिजिटल अटेंडेंस के फैसले के बाद शिक्षक काफी नाराज थे।
यूपी में टीचरों की डिजिटल हाजिरी के मसले पर यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों से मिले और उनसे विस्तृत वार्ता की। मुख्य सचिव ने डिजिटल अटेंडेंस की समस्या का समाधान करने का उन्हें आश्वासन दिया और मुख्य सचिव मनोज कुमार ने कमेटी बनाकर समस्या का निस्तारण करने के आदेश जारी किए हैं। शिक्षकों की वाजिब मांगे निस्तारित करते हुए दो माह के उपरान्त डिजिटल अटेंडेंस संशोधित रूप में शुरू की जाएगी। बताते चलें प्रत्येक जिले में शिक्षक सरकार के डिजिटल अटेंडेंस के आदेश के खिलाफ विरोध कर रहे थे।
कई जिलों में तो संकुल शिक्षकों एवं एआरपी ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया था। बीएसए कार्यालय से लेकर कलेक्ट्रेट तक लगातार भारी विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा था। मुख्यमंत्री को शिक्षकों द्वारा लगातार ज्ञापन भेजे जा रहे थे साथ ही विपक्षी पार्टियों के जनप्रतिनिधि भी ऑनलाइन अटेंडेंस के विरोध में थे और इसमें सबसे जरुरी बात ये है कि शिक्षकों के प्रदर्शन से स्कूलों में बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित हो रही थी। बीते आठ जुलाई को इस व्यवस्था के लागू होने के बाद से शिक्षक लगातार इस फैसले का विरोध कर रहे थे। प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा और उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने सरकार के इस निर्णय पर खुशी व्यक्त की है।
मुख्य सचिव का आश्वासन-
इस मुद्दे को लेकर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने शिक्षक संघ से मुलाकात की। उन्होंने आश्वासन दिया कि समस्या के समाधान के लिए एक समिति बनाई जाएगी। सिंह ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव की जरूरत पर जोर दिया फिलहाल डिजिटल अटेंडेंस के क्रियान्वयन को दो महीने के लिए रोक दिया है।