यूपी: भाई दूज पर कैदी नहीं मिल सकेंगे रिश्तेदारों से,जाने वजह !
यूपी में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है. लेकिन पश्चिम यूपी विशेषतौर पर दिल्ली से सटे इलाकों में नये मामले सामने आने के बाद विशेष सतर्कता बरती जा रही है. वहीं, इसकी रफ्तार थामने के लिये त्यौहार पर कैदियों को अपने रिश्तेदारों से मिलने पर रोक लगा दी गई है.
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में जेल अधिकारियों ने कोविड-19 के मद्देनजर, भाई दूज के मौके पर कैदियों के अपने रिश्तेदारों से मिलने पर रोक लगा दी है. भाई दूज का त्यौहार 16 नवंबर को मनाया जाएगा.
एक कैदी आइसोलेशन में
उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित हुए सभी कैदी अब संक्रमणमुक्त हो गए हैं, सिवाय एक कैदी के. यह कैदी कवाल में अस्थायी जेल में पृथक-वास में है. अधिकारी ने बताया कि 700 से ज्यादा कैदी अब तक संक्रमित हो चुके हैं.
पश्चिम यूपी में विशेष सतर्कता
गौरतलब है कि राज्य में कोरोना वायरस का संक्रमण काफी हद तक कम हुआ है. नवंबर में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट घटकर 1.3 फीसदी तक पहुंच गया है. पश्चिम यूपी के जिलों में संक्रमण के नये मामले सामने आये हैं. इनमें नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ आदि शामिल हैं.
यहां पॉजिटिविटी रेट करीब पांच प्रतिशत है. ऐसे में दिल्ली से सटे यूपी के इन जिलों में विशेष सर्तकता बरती जा रही है. त्यौहार को देखते हुए यहां पर डोर टू डोर सर्विलांस के तहत लोगों की स्क्रीनिंग और कोरोना जांच के काम में और तेजी लाई गई है. स्वास्थ्य विभाग ने यहां निगरानी तेज कर दी है.