एजेंसी,लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए खुशखबरी है।अब आरटीओ से संबंधित 34 काम करवाने के लिए आने वाले दिनों में कार्यालय जाने की जरूरत नहीं होगी।घर से बैठे-बैठे ये काम ऑनलाइन हो जाएंगे।ये परिवहन विभाग की नई व्यवस्था से होगा।दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में परिवहन विभाग को निर्देश दिए थे कि ज्यादा से ज्यादा सेवाएं फेसलेस होनी चाहिए।इसके लिए परिवहन विभाग ने अधिकारियों की टीम गठित की।टीम ने विभाग की 34 ऐसी सेवाओं को चुना है जिन्हें फेसलेस किया जाएगा।
फेसलेस का मतलब है कि आवेदक या वाहन स्वामी को उस काम के लिए आरटीओ कार्यालय आने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।आरटीओ कार्यालय बिना गए ही ऑनलाइन काम हो जाएगा।इन सेवाओं में लाइसेंस और वाहनों से संबंधित फेसलेस सेवाएं शामिल हैं,जिन्हें जल्द ही लागू किए जाने की तैयारी है।परिवहन विभाग के अधिकारियों ने एनआईसी को निर्देशित कर दिया है।अब जैसे ही एनआईसी इन सेवाओं को फेसलेस करेगी तो लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।परिवहन विभाग अब लगातार लोगों को घर बैठे आरटीओ कार्यालय से संबंधित काम करने की सहूलियत दे रहा है। ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधित तमाम काम पहले ही ऑनलाइन किए जा चुके हैं,लर्नर लाइसेंस के लिए आवेदकों को आरटीओ कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पड़ती।
इसी तरह वाहन से संबंधित भी कई काम अब घर बैठे निपटाए जा सकते हैं।इससे लोगों के समय के साथ ही पैसे की भी बचत हो रही है।अब जो काम अभी तक आरटीओ कार्यालय जाकर होते थे जल्द ही घर बैठे ही हो सकेंगे।परिवहन विभाग ने 34 सेवाओं को फेसलेस करने का प्लान कर लिया है। जब यह सेवाएं फेसलेस हो जाएंगी तो आरटीओ कार्यालय में लगने वाली भीड़ खत्म हो जाएगी। परिवहन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि जो सेवाएं फेसलेस की जानी हैं उनमें कुल 58 सेवाएं हैं।वर्तमान में कई सेवाएं फेसलेस की जा चुकी हैं,लेकिन अब 34 और सेवाओं को चिह्नित किया गया है,जिन्हें फेसलेस किया जाएगा।
ये सेवाएं की जाएंगी ऑनलाइन-
ड्राइविंग लाइसेंस का नवीनीकरण जिसके लिए गाड़ी चलाने के लिए दक्षता जांच की आवश्यकता नहीं है (मेडिकल सर्टिफिकेट जरूरी)
ड्राइविंग लाइसेंस का प्रतिस्थापन
मान्यता प्राप्त चालक प्रशिक्षण केंद्र से चालक प्रशिक्षण के लिए पंजीकरण और ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने के लिए आवश्यक उत्तीर्ण प्रमाण पत्र संबंधित आरटीओ को भेजे जाने के लिए आवेदन
अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट जारी करना (मेडिकल सर्टिफिकेट ऑनलाइन होने पर)
खतरनाक सामग्री वाहन को चलाने की अनुमति (ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल या सारथी पोर्टल से इंटीग्रेशन होने की दशा में फेसलेस संभव)
क्या कहते हैं अधिकारी
एडिशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (एनफोर्समेंट) अशोक कुमार सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुपालन में परिवहन विभाग की कुल 58 सेवाओं को क्रमशः ऑनलाइन किया जाना है।उनमें चार सेवाएं पहले से ही ऑनलाइन यानी फेसलेस हैं। अभी जो कमेटी बनी है उसने 34 ऐसी सेवाओं को चिह्नित किया है।उनका मूल्यांकन किया गया है।कुछ ऐसी सेवाएं हैं जिन्हें ऑनलाइन नहीं किया जा सकता है।उस पर विचार किया जाना है।कुछ ऐसी भी सेवाएं हैं जो अभी तक स्टेट में लागू ही नहीं हैं।उन सेवाओं को ऑनलाइन नहीं किया जा सकता है।
लखनऊ आरटीओ कार्यालय में दिव्यांगों के लिए बनेंगे रैंप
लखनऊ का आरटीओ कार्यालय प्रदेश का पहला ऐसा कार्यालय बनने जा रहा है जो लिफ्ट से लैस होगा।कार्यालय में लिफ्ट लगाए जाने की तैयारी शुरू हो गई है।अभी तक उत्तर प्रदेश में परिवहन विभाग का कोई भी कार्यालय नहीं है,जिसमें लिफ्ट लगी हो।आरटीओ कार्यालय को डेढ़ करोड़ की लागत से संवारा जाएगा। लखनऊ के आरटीओ संजय तिवारी का कहना है कि दिव्यांगजन कल्याण विभाग की तरफ से आरटीओ कार्यालय में दिव्यांगजन और महिलाओं की सुविधा के लिए डेढ़ करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।इस बजट से दिव्यांगजन और महिलाओं के लिए अत्याधुनिक टॉयलेट्स का निर्माण कराया जाएगा,जिससे यहां आने पर उन्हें सुविधा मिलेगी।इसके अलावा दिव्यांग जनों के लिए रैंप का निर्माण कराया जाएगा और लिफ्ट भी लगाई जाएगी,जिससे उन्हें अपना काम करने में आसानी होगी।
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