लखनऊ,अमन यात्रा । उत्तर प्रदेश में जीका वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए सतर्कता और बढ़ा दी गई है। 80 हजार निगरानी कमेटियां बुखार से पीड़ित रोगियों को चिन्हित करने के काम में जुटी हुई हैं। सभी 13 छावनी परिषद के क्षेत्रों में सघन जांच अभियान चलाकर जीका वायरस से संक्रमित रोगियों को चिन्हित किया जाएगा। निगरानी कमेटी की मदद से करीब 20 लाख दवा की किट बुखार से पीड़ित मरीजों को बांटी जाएंगी।
उत्तर प्रदेश में कानपुर में जीका वायरस के 66 मरीज मिल चुके हैं। सभी निगरानी कमेटियों को इसके लिए वर्चुअल माध्यम से प्रशिक्षण भी दिया गया है। सभी को बुखार से पीडि़त मरीजों की जानकारी जुटाने और ऐसे रोगी जिनमें जीका वायरस के लक्षण हैं, उन्हें चिन्हित कर तत्काल सरकारी अस्पताल में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। कानपुर में ही अब तक इसका संक्रमण फैला है। बाकी जिले अभी सुरक्षित हैं।
उधर, पहला रोगी एयरफोर्स कर्मी था, ऐसे में प्रदेश में सभी 13 छावनी परिषद के क्षेत्रों में जीका वायरस की जांच शुरू करने के लिए टीमों का गठन किया जा रहा है। जिन 13 छावनी परिषद के क्षेत्रों में सघन जांच अभियान शुरू किया जाएगा उनमें कानपुर, लखनऊ, मेरठ, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या, मथुरा, शाहजहांपुर, झांसी, बबीना, सीतापुर, बरेली व आगरा शामिल हैं।
अस्पतालों में बुखार से पीड़ित मरीजों के भी सैंपल लेकर जीका वायरस की जांच कराई जा रही है। करीब 20 लाख दवा की जो किट बांटी जा रही हैं उनमें बुखार व विटामिन की गोली हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डा. वेदब्रत सिंह का कहना है कि बचाव के सभी उपाए किए जा रहे हैं। मालूम हो कि जीका वायरस भी डेंगू के लिए जिम्मेदार मच्छर एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है।