एजेंसी, लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 के बाद उत्तर प्रदेश विधानसभा का पहला सत्र 29 जुलाई से शुरू होगा।सत्र दो अगस्त तक चलेगा।विधानसभा सचिवालय ने कार्यक्रम जारी कर दिया है।सत्र के पहले दिन अधिसूचनाओं और अध्यादेशों को पटल पर रखा जाएगा।इसके बाद 30 जुलाई, 31 जुलाई, 1 अगस्त और 2 अगस्त को विधायी कार्य होंगे। 2 अगस्त को विधानसभा सत्र आधा दिन चलेगा।लोकसभा चुनाव में जीत के साथ समाजवादी पार्टी ताकतवर हुई है।इसका असर विधानसभा सत्र में दिखाई देगा।
हंगामेदार होगा सत्र
यूपी विधानसभा का सत्र इस बार काफी हंगामेदार होगा। प्रदेश में कानून-व्यवस्था,पेपर लीक,कावंड़ यात्रा के रास्ते की दुकानों पर नाम लिखने सहित कई मुद्दों पर विपक्ष सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश करेगा।पेपर लीक मुद्दा इस बार सरकार के लिए काफी बड़ा मुद्दा बना हुआ है।पुलिस भर्ती के साथ ही आरओ-एआरओ परीक्षा भी सरकार को रद्द करनी पड़ी थी। इसको लेकर विपक्ष लोकसभा में भी हमलावर है।अब विधानसभा सत्र में इस मुद्दे पर हंगाम होगा।
नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी है खाली
यूपी विधानसभा सत्र से पहले समाजवादी पार्टी को खाली पड़े नेता प्रतिपक्ष के पद पर तैनाती करनी है।अखिलेश यादव के सांसद बनने के बाद नेता प्रतिपक्ष का पद खाली पड़ा है।इस पद पर सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव सहित कई विधायकों का नाम चल रहा है।एमएलसी लाल बिहारी यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाने के बाद अब ये माना जा रहा है कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पीडीए को ध्यान मे रखते हुए विधायक को दी जाएगी।इसमें राम अचल राजभर, इंद्रजीत सरोज,रागिनी सोनकर का नाम तेजी से चल रहा है।