कानपुर देहातउत्तरप्रदेशफ्रेश न्यूज

रनियां फैक्ट्री आग: छह मजदूरों का परिवार मातम में डूबा

औद्योगिक क्षेत्र रनिया के खानचंद्रपुर रोड पर संचालित आरपी पॉली लास्ट प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में जरिहा गांव के रोहित, शिवम, अजीत, रवि, विशाल और सुरेंद्र काम करते थे। अग्निकांड में एक ही परिवार छह लोग गंभीर रूप के झुलस गए थे। अजीत व विशाल की मौत लखनऊ केजीएमयू हॉस्पिटल में शनिवार की देर शाम मौत हो गई थी। अन्य चार मजदूरों का इलाज जारी है।

Story Highlights
  • अनुवर्ती रिपोर्ट: रनियां फैक्ट्री हादसा: पीड़ित परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल
  • विश्लेषणात्मक रिपोर्ट: रनियां फैक्ट्री हादसा: सुरक्षा मानकों की अनदेखी या दुर्घटना?

रनियां। औद्योगिक क्षेत्र रनिया के खानचंद्रपुर रोड पर संचालित आरपी पॉली लास्ट प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में जरिहा गांव के रोहित, शिवम, अजीत, रवि, विशाल और सुरेंद्र काम करते थे। अग्निकांड में एक ही परिवार छह लोग गंभीर रूप के झुलस गए थे। अजीत व विशाल की मौत लखनऊ केजीएमयू हॉस्पिटल में शनिवार की देर शाम मौत हो गई थी। अन्य चार मजदूरों का इलाज जारी है। दोनो मजदूरों की मौत की सूचना जरिहा गांव पहुंचते ही दोनो परिवारों कोहराम में कोहराम मच गया। लखनऊ में रविवार को दोनों शवों के पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर गांव पहुंचे, तो माहौल गमगीन हो गया।

गजनेर थाना क्षेत्र के जरिहा गांव निवासी रोहित, शिवम, अजीत, रवि, विशाल और सुरेंद्र आरपी पॉली प्लास्ट में फैक्टरी में पैकिंग का काम करते थे। वह एक ठेकेदार के अंडर में काम करता था। शिवम ने बताया कि वह और रवि, सुरेंद्र, संजय गोदाम के बाहर खड़े होकर बात कर रहे थे। उसी दौरान एक दम ठंडी हवा आई। जब तक कुछ समझ पाते तब तक आग का गोला बनकर आग आ गई। उसकी चपेट सभी आ गए। अफरा तफरी मच गई। एक दम सभी भाग खड़े हुए। इसके बाद तेज धमका होने के बाद टीन शेड नीचे गिर गया। जिसमें तीन मजदूर फस गए। गांव के लोगो ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन नही बच सके। बताया कि अजीत हमसे छोटा था। वही विशाल पारिवारिक भाई था। यह दोनो ज्यादा गंभीर थे। अजीत की लखनऊ में विशाल की कानपुर में मृत्यु हो गई। एक ही गांव के एक ही परिवार के दो जवान युवकों की शव आने के बाद कोहराम मच गया।

परिवार के दो मजदूरों की मौत के बाद, दो दिन से घर में नही जले चूल्हे-

रनियां। गजनेर थाना क्षेत्र के जरिहा गांव में रोहित, शिवम, अजीत रवि, विशाल और सुरेंद्र एक परिवार के सदस्य है। शिवम अजीत का सगा भाई है।  एक ही परिवार में दो मौतें होने के बाद, दो दिन से घरों में चूल्हे नही जले है। बच्चे दुकानों से बिस्कुट, नमकीन और अन्य सामग्री लेकर खाकर अपना पेट भरा है।

सुरक्षा कारणों से फैक्ट्री गेट पर तैनात रहा फोर्स-

रनियां। गद्दा फैक्ट्री में आग लगने से 6 मजदूरों की मौत के बाद प्रशासन ने शनिवार की देर रात फैक्ट्री को सीज करा दिया था। पूरे दिन चले रेस्क्यू ऑपरेशन में भारी मात्रा में फोर्स तथा उच्च अधिकारी मौके पर मौजूद थे। फैक्ट्री गेट पर सुरक्षा कारणों के चलते फोर्स तैनात कर दी गई है। यहां पर दो शिफ्ट मे फोर्स की ड्यूटी लगाई गई है।

AMAN YATRA
Author: AMAN YATRA

SABSE PAHLE

Related Articles

AD
Back to top button