राकेश टिकैत ने कहा, ”गाड़ी के शीशे को तोड़ दिया गया. बीजेपी के एक विधायक ने लोगों को भेजा था. हाथापाई की गई. हमारे समर्थकों के साथ मारपीट की गई. उन्हें चोटें आई है. हमारा आंदोलन रुकने वाला नहीं है.”
इससे पहले उन्होंने अलवर के हरसोली में आयोजित किसान पंचायत की तस्वीर साझा की थी.
बता दें कि दिल्ली की सीमाओं (टीकरी, सिंघू और गाजीपुर) पर किसान चार महीने से अधिक समय से आंदोलन कर रहे हैं. गाजीपुर बॉर्डर के आंदोलन का नेतृत्व राकेश टिकैत के हाथों में है. टिकैत का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार तीन नए कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
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