राजकीय महाविद्यालय अकबरपुर में हस्तशिल्प मेला संपन्न
आज राजकीय महाविद्यालय, अकबरपुर, कानपुर देहात में भातखण्डे संस्कृत विश्वविद्यालय लखनऊ के अन्तर्गत वैदिक सांस्कृतिक क्लब के सौजन्य से हस्तशिल्प मेला (कौशल मेला) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रो० (डॉ) संजू (प्राचार्य), मुख्य अतिथि के रूप में प्रो० (डॉ) ए० सी० पाण्डेय (प्राचार्य, अकबरपुर महाविद्यालय अकबरपुर कानपुर देहात), विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री अखिलेश कुमार अग्निहोत्री जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी कानपुर देहात द्वारा वाग्देवी मां सरस्वती के विग्रह के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया
कानपुर देहात। आज राजकीय महाविद्यालय, अकबरपुर, कानपुर देहात में भातखण्डे संस्कृत विश्वविद्यालय लखनऊ के अन्तर्गत वैदिक सांस्कृतिक क्लब के सौजन्य से हस्तशिल्प मेला (कौशल मेला) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रो० (डॉ) संजू (प्राचार्य), मुख्य अतिथि के रूप में प्रो० (डॉ) ए० सी० पाण्डेय (प्राचार्य, अकबरपुर महाविद्यालय अकबरपुर कानपुर देहात), विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री अखिलेश कुमार अग्निहोत्री जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी कानपुर देहात द्वारा वाग्देवी मां सरस्वती के विग्रह के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। अतिथियों ने विद्यार्थियों के हस्तशिल्प की सराहना किया। श्री अखिलेश कुमार अग्निहोत्री जी ने हस्तशिल्प से सम्बन्धित योजनाओं से अवगत कराते हुए स्वावलंबी बनने हेतु प्रेरित किया गया। मुख्य अतिथि डॉ ए० सी० पाण्डेय जी ने मेले की उपयोगिता वाषय पर व्याख्यान देते उद्यमशील बनने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो० (डॉ) संजू ने कहा कि मेले की भव्यता ने स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया है। महाविद्यालय में स्नातक कला व वाणिज्य वर्ग के छात्र-छात्राओं द्वारा अत्यन्त सुन्दर और सुसज्जित ढंग से स्टाल लगाकर भारतीय संस्कृति की दिव्यता एवं कलात्मकता को दर्शाया गया। स्टाॅल लगाने वाले विद्यार्थियों में यश्वी यादव, जाहिदा, काजल, रेनू, प्रांशी, शैलजा, प्रिया, अंशिका पांडे, निशा परवीन, रोजी फातिमा, मुस्कान, शिवांगी, दिव्यांशी, अलविरा, खुशी सिंह, मोना सिंह, गीतांजलि यादव, आशीष यादव, आलोक चौरसिया, सोनम, आस्था, शबाना तथा चांदनी बानो आदि रहें। छात्र-छात्राओं के द्वारा मेले में विक्रय हेतु पेंटिंग, तोरण, वॉल हैंगिंग, कैंडल, दिया, झालर, लिप्पन आर्ट शुभ-लाभ, चौकी, हाथी, मिट्टी का दिया, सिंदूरदानी, ऑर्गेनिक साबुन, कंपट, फोटो फ्रेम, शो-पीस ,गोलगप्पा, कप स्टैंड, मिनी बैग, गिफ्ट बॉक्स, पेन स्टैंड, हैंकी एवं हैंडमेड पर्स आदि सामग्री लायी गई जिसकी खरीददारी भी की गई।
उक्त मेले का मूल उद्देश्य महिलाओं को स्वावलंबी तथा आत्मनिर्भर बनाने को समर्पित रहा ताकि बेटियाँ अध्ययन के साथ-साथ आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनने की ओर अग्रसर हो सकें। आधुनिकता में हम अपने जीवन में वैदिक सांस्कृतिक पहलुओं को स्थापित कर इस पर भी विस्तृत चर्चा की गई। महाविद्यालय की प्राध्यापकगण डॉ अतुल शर्मा, डॉ मीनू राजवंशी, डॉ हरिओम दिवाकर, डॉ गौरव मिश्रा, डॉ अनु जाजू, डॉ पवन कुमार शर्मा तथा कार्यालय स्टाफ से श्री हरिशंकर व अरविंद उपस्थित रहे। डॉ मीनू राजवंशी ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया वैदिक सांस्कृतिक क्लब की प्रभारी डॉक्टर निधि धवन ने हमारे दैनिक जीवन में भारतीय संस्कृति की उपलब्धता विषय पर बात रखा। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं में हिमाशू, गगन शर्मा, शिव शर्मा, प्रांशु, स्वाति, पूजा आदि ने उत्साह के साथ मेले का आनन्द उठाया।