
राजपथ पर नहीं यहां हुईं थीं गणतंत्र दिवस की पहली 4 परेड, जानें कैसे हुआ था आयोजन, इस बार यह बनेंगे मेहमान….. प्रोफेसर डा. प्रियंका पटेल ने…
चंदौली। देशभर में 74वें गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी पूरी हो चुकी हैं। खासकर दिल्ली के राजपथ (कर्तव्य पथ) में परेड के लिए तमाम इंतजाम कर लिए गए हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि देश के पहले गणतंत्र दिवस से लेकर चौथे गणतंत्र दिवस तक के कार्यक्रम का आयोजन यहां न होकर 4 अलग-अलग जगहों पर हुआ था। आज हम आपको इन्हीं आयोजनों के बारे में बता रहे हैं।
कहां-कहां हुईं थी पहली 4 परेड
स्थानीय सावित्री बाई फूले राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की प्रोफेसर डा. प्रियंका पटेल ने कहा कि पहले 4 गणतंत्र दिवस की परेड (कर्तव्य पथ) राजपथ पर न होकर चार अलग-अलग जगहों पर हुई थीं। पहले गणतंत्र दिवस का आयोजन पुराना किला के पास ब्रिटिश स्टेडियम (नेशनल स्टेडियम) में हुआ था। यहीं पर पहली परेड भी आयोजित की गई थी। 1950 से 1954 तक परेड का आयोजन क्रमशः इरविन स्टेडियम (नेशनल स्टेडियम), किंग्सवे, लाल किला और रामलीला मैदान में हुआ था।
उन्होंने यह भी कहा कि वक्त के साथ-साथ गणतंत्र दिवस के आयोजन में भी कई बदलाव होते रहे हैं। शुरुआत में समारोह के लिए कोई निश्चित जगह नहीं थी। 1950 में नेशनल स्टेडियम के बाद इस समारोह को लाल किला, किंग्सवे कैंप और फिर रामलीला मैदान में किया गया। इसके बाद साल 1955 में पहली बार राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड निकली। इसके बाद से आजतक ये आयोजन यहीं हो रहा है।
कौन बना था पहला विदेशी मेहमान
गणतंत्र दिवस समारोह में विदेश मेहमानों को बुलाने की परंपरा साल 1950 से ही हो गई थी। नेशनल स्टेडियम में आयोजित पहले गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के लिए पहले विदेशी मेहमान के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो शामिल हुए थे। तब से लेकर अब तक ये परंपरा चली आ रही है।
जब टूट गई गणतंत्र दिवस की परंपरा
कोरोना काल में ये परंपरा टूट गई। 2021 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना के कारण दौरा रद्द कर दिया था वहीं 2022 में किसी मेहमान को नहीं बुलाया गया। अब 2023 में मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी देश के मेहमान बनेंगे।
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