राज्य अध्यापक कैलाश पाल द्वारा आयोजित हिन्दी सप्ताह का प्रधानाचार्य अर्चना ने किया फीता काटकर शुभारम्भ
हमारे संविधान ने भारत संघ की भाषा हिन्दी और देवनागरी लिपि को अनुच्छेद तीन सौ तेतालीस से मान्यता दी है अनुच्छेद तीन सौ पैंतालीस से राज्य विधानमंडल दल राजकीय कार्य के लिए अपनी भाषा चुन सकता है संस्कृत माँ है.
कानपुर देहात,सौरभ मिश्रा :हमारे संविधान ने भारत संघ की भाषा हिन्दी और देवनागरी लिपि को अनुच्छेद तीन सौ तेतालीस से मान्यता दी है अनुच्छेद तीन सौ पैंतालीस से राज्य विधानमंडल दल राजकीय कार्य के लिए अपनी भाषा चुन सकता है संस्कृत माँ है. हिन्दी बेटी है इसलिए पराई है.
अंग्रेजी की कद्र इसलिए है कि बहू बनकर आई है उक्त उद्गगार मुख्य अतिथि के रूप में पधारीं नेपाल देश के राज्यपाल/प्रदेश प्रमुख द्वतीय रत्नेश्वर कायस्थ जी से गांधी पर्यावरण योद्धा सम्मान प्राप्त एस एस वी एम कालेज झींझक की प्रधानाचार्य अर्चना ने राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त प्रधानाध्यापक कैलाशनाथ पाल द्वारा प्राथमिक विद्यालय बाजपेयीपुरवा में आयोजित हिन्दी सप्ताह का फीता काटकर शुभारम्भ करते हुए कही ग्राम प्रधान सिठमरा के पति नरेंद्र कुमार उर्फ पूतू भारती ने कहा कि सिठमरा ग्राम सभा के शिक्षक बच्चों में राष्ट्रीय दिवस के प्रति जागरूकता का भविष्यगत सराहनीय कार्य कर रहे हैं.
इस अवसर पर राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त प्रधानाध्यापक कैलाशनाथ पाल ने कहा कि हिन्दी में कार्य करने से गौरव की अनुभूति होती है सहायक अध्यापक योगेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि हिन्दी के प्रति आदर सम्मान संवर्धन के लिए प्रतिवर्ष चौदह सितम्बर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है आभार प्रदर्शन शिक्षामित्र सुभाषिनी द्वारा किया गया छात्र अकुश यादव ने स्वा निर्मित बुकेट देकरअतिथियों का स्वागत किया.