राहुल गांधी ने कृषि कानूनों की खामिया गिनाते हुए कहा, “पहला कृषि कानून मंडी को मारने का है, दूसरा कानून जमाखोरी शुरू करने का और तीसरा कानून किसान के अदालत में जाने के हक को खत्म करने का है. जिस दिन ये कानून लागू हो गए, ये जो धंधा 40 फीसदी लोगों का है, ये पूरा धंधा 2 लोगों के हाथ में चला जाएगा.”
राहुल गांधी ने कहा कि ये किसानों का आंदोलन नहीं है, बल्कि भारत का आंदोलन है. किसानों ने अंधेरे में रोशनी दिखाने का काम किया है.
इससे पहले राहुल गांधी आज हनुमानगढ़ में हुई किसानों की महापंचायत में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा, “मोदी जी कहते हैं कि वे किसानों के साथ बात करना चाहते हैं. आप उनके साथ क्या बात करेंगे? तीनों कृषि कानूनों को वापस लीजिए, किसान आपके साथ खुद बात करेंगे.” उन्होंने कहा कि आप (पीएम) किसानों से जमीन ले रहे हैं, उनका भविष्य ले रहे हैं और उसके बाद आप उनके साथ बात करना चाहते हैं. सबसे पहले कानूनों को वापस लीजिए और उसके बाद बात करिए.
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