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राहुल गांधी ने उठाया मनरेगा मजदूरों का मुद्दा, कहा- मोदी सरकार कुचल रही गरीबों के अधिकार
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए मोदी सरकार की ओर से कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन का जिक्र किया है और उसे तुगलकी करार दिया है.
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए मोदी सरकार की ओर से कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन का जिक्र किया है और उसे तुगलकी करार दिया है. राहुल गांधी ने कहा है कि लॉकडाउन के कारण करोड़ों मजदूर सड़क पर आ गए. वहीं अब सरकार ने मनरेगा की कमाई को बैंक से निकालना भी मुश्किल कर दिया है.
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘पहले किया तुगलकी लॉकडाउन, करोड़ों मजदूरों को सड़क पर ले आए. फिर उनके एकमात्र सहारे मनरेगा की कमाई को बैंक से निकालना दूभर किया. सिर्फ बातों की है मोदी सरकार, कुचल रही गरीबों के अधिकार.’
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘पहले किया तुगलकी लॉकडाउन, करोड़ों मजदूरों को सड़क पर ले आए. फिर उनके एकमात्र सहारे मनरेगा की कमाई को बैंक से निकालना दूभर किया. सिर्फ बातों की है मोदी सरकार, कुचल रही गरीबों के अधिकार.’
पहले किया तुग़लकी लॉकडाउन, करोड़ों मज़दूरों को सड़क पर ले आए।
फिर उनके एकमात्र सहारे मनरेगा की कमाई को बैंक से निकालना दूभर किया।
सिर्फ़ बातों की है मोदी सरकार,
कुचल रही ग़रीबों के अधिकार। pic.twitter.com/k24zxYQDyp
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 20, 2020
बता दें कि हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट में एक सर्वे सामने आया है. जिसमें खुलासा किया गया कि मनरेगा मजदूरों को अपनी ही दिहाड़ी निकालने के लिए बैंकों के चक्कर लगाने पड़ते हैं. Lib Tech India की ओर से किए गए इस सर्वे में सामने आया है कि 45 फीसदी मनरेगा मजदूरों को अपनी ही दिहाड़ी की राशि निकालने के लिए बैंकों के चक्कर लगाने पड़ते हैं.
जेब से लगाना पड़ता है पैसा
सर्वे में सामने आया है कि इनमें से 40 फीसदी मजदूर ऐसे भी हैं, जिनकी बायोमैट्रिक जानकारी का मिलान न होने के कारण बैंक या पोस्ट ऑफिस से खाली हाथ लौटना पड़ता है. इसके अलावा बैंक के चक्कर लगाने के दौरान मजदूरों को अपनी जेब से पैसा भी खर्च करना पड़ता है.