दोपहर होते-होते बादल छा गए। थोड़ी देर के बाद धूल भरी आंधी चलने लगी। 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चली हवाओं से कहीं पेड़ों की शाखाएं टूटी तो कहीं होरडिंग गिरी। अचानक मौसम बदलने से राहगीरों को दिक्कत परेशानी हुई। लोग आश्रय लेने के लिए जगह ढूंढने लगे जिसे जहां शेड मिला वह वहीं रुक गया। थोड़ी देर में बूंदाबांदी शुरू हो गई।

मौसम में यह बदलाव राजधानी के अलावा कानपुर लखीमपुर खीरी कन्नौज सीतापुर हरदोई कन्नौज बागपत शामली मुजफ्फरनगर गाजियाबाद मेरठ रामपुर बरेली पीलीभीत बुलंदशहर बिजनौर अमेठी बाराबंकी में भी हुआ है। जानकारी के अनुसार इन इलाकों में धूल भरीतेज हवाओं के साथ मौसम का मिजाज अचानक बदल गया कहीं हल्की तो कहीं तेज बौछारें पड़ीं। खेतों में गेहूं व चने की फसल को भी नुकसान पहुंचा। कृषि विभाग के अनुसार जिन इलाकों में तेज हवाएं चली हैं वहां फसल पलट गई हैंं। जिलों से जानकारी मिलने पर ही नुकसान का पूरा अनुमान लगाया जा सकेगा।