विगत 3 वर्षों में कितने शिक्षक किए निलंबित और कितने किए बहाल की मांगी गई जानकारी
परिषदीय विद्यालयों के 3 वर्ष से निलंबित शिक्षकों की सूची शासन ने तलब की है। बेसिक शिक्षा विभाग में संबद्धता के नाम पर शिक्षकों के तबादले का मामला जोर पकड़ता जा रहा है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं बेसिक शिक्षा सचिव प्रताप सिंह बघेल ने दूसरे स्कूलों में संबद्ध शिक्षकों के साथ निलंबित शिक्षकों की सूची भी तलब की है। ऐ
कानपुर देहात,अमन यात्रा : परिषदीय विद्यालयों के 3 वर्ष से निलंबित शिक्षकों की सूची शासन ने तलब की है। बेसिक शिक्षा विभाग में संबद्धता के नाम पर शिक्षकों के तबादले का मामला जोर पकड़ता जा रहा है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं बेसिक शिक्षा सचिव प्रताप सिंह बघेल ने दूसरे स्कूलों में संबद्ध शिक्षकों के साथ निलंबित शिक्षकों की सूची भी तलब की है। ऐसा आरोप है कि संबद्धता के नाम पर बड़ी संख्या में शिक्षकों को उनके मनचाहे स्कूल में तैनाती दी गई है। इसे देखते हुए परिषदीय विद्यालय के 3 वर्ष से निलंबित शिक्षकों की सूची शासन ने तलब की है। इसमें शिक्षकों के निलंबन, आरोपपत्र देने, जांच अधिकारी की रिपोर्ट, इसके बाद उसकी बहाली की तिथि और आवंटित विद्यालयों की सूचना मांगी गई है। जिले में एक अक्टूबर 2019 के बाद कितने शिक्षकों को निलंबित किया गया और कितने शिक्षकों को जांच के बाद बहाल कर दिया गया है इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
ये भी पढ़े- फुल पैंट-शर्ट में स्कूल आएं विद्यार्थी, डेंगू से बचाव के लिए शिक्षक देंगे संदेश
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने एक अक्टूबर 2019 से एक अक्टूबर 2022 के मध्य निलंबित हुए शिक्षकों के संबंध में 16 बिंदुओं पर रिपोर्ट सभी जनपदों के बीएसए से मांगी है। इसमें शिक्षकों का क्रमांक, निलंबित अध्यापक का नाम व पद, पिता का नाम, निलंबन का कारण, निलंबित करने वाले जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का नाम, निलंबन तिथि, निलंबन के समय विद्यालय का नाम, छात्र संख्या, कुल कार्यरत अध्यापक, बहाली का दिनांक, दिया गया दंड, बहाल करने वाले जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का नाम, बहाली के बाद पदस्थापित विद्यालय का नाम, विकासखंड का नाम, छात्र संख्या, कुल कार्यरत अध्यापकों की सूचना मांगी गई है।