विधि-विधान से सम्पन्न हुआ माँ दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन, नम आंखों से दी गई विदाई
विजयादशमी के दौरान कानपुर देहात के लगभग हर पंडाल के मूर्तियों का विसर्जन नदियों मे किया गया। इस दौरान प्रशासन भी मुस्तैदी से तैनात रहा। प्रशासन की ओर से सभी घाटों में साफ सफाई के लिए लोगों को नदी में पूजन सामग्री ना फेंकने की अपील की जा रही थी।

ज्ञान सिंह, कानपुर देहात : विजयादशमी के दौरान कानपुर देहात के लगभग हर पंडाल के मूर्तियों का विसर्जन नदियों मे किया गया। इस दौरान प्रशासन भी मुस्तैदी से तैनात रहा। प्रशासन की ओर से सभी घाटों में साफ सफाई के लिए लोगों को नदी में पूजन सामग्री ना फेंकने की अपील की जा रही थी। विसर्जन के दौरान भीड़ भाड़ ना हो इसके लिए भी व्यवस्था की गई थी। इस दौरान थाना रूरा एस ओ प्रवीण कुमार यादव ने बताया कि विसर्जन को लेकर कड़ी सुरक्षा की गई है। कोई घटना ना हो इसके लिए मौके पर पुलिस प्रशासन पहले से मौजूद है वहीं नदी में डेंजर जोन को भी चिन्हित किया गया है। पूजा कमिटी को दोपहर दो बजे से ही विसर्जन के लिए निकलने का आदेश दिया गया था जिससे जल्द से जल्द विसर्जन को प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।
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वहीँ रूरा थाना क्षेत्र के ग्राम हँसपुर सुमेरपुर में दो जगह मूर्ति स्थापित की गई थी नौ दिन धूम धाम से पूजन के बाद आज बुधवार को बहुत ही शान्ति पूर्वक परहुल देवी मन्दिर रिन्द नदी के किनारे गड्डा खोद कर दफन की गई, इस मौके पर रूरा थाने से यस आई कृष्ण कुमार पूरे पुलिस फोर्स के साथ मौके पर मौजूद रहे, मूर्ति की स्थापना हँस पुर के पूर्व प्रधान प्रतिनिधि व युवा समाजसेवी सतीस नायक ने कार्यक्रम सफलता पूर्वक बिना किसी विघ्न के सम्पन्न होने पर खुशी ज़ाहिर की।
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