शहर का विकास रुक नहीं सकता! सीडीओ का बड़ा फैसला
मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन ने आज विकास भवन सभागार में 50 लाख रुपये से अधिक लागत वाली निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा बैठक ली।
- लापरवाह ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी
- विकास कार्यों में नई जान फूंकने की कोशिश
कानपुर देहात: मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन ने आज विकास भवन सभागार में 50 लाख रुपये से अधिक लागत वाली निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में संबंधित विभागों के प्रमुखों और कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे 50 लाख रुपये से अधिक लागत वाली परियोजनाओं के निर्माण पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं में कार्य की गति को बढ़ाया जाए और मैनपावर में वृद्धि की जाए। जो भी कार्यदायी संस्थाएं निर्माण कार्यों में लापरवाही बरत रही हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लक्ष्मी एन ने कहा कि सभी निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरे किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कोई निर्माण कार्य पूरा हो चुका है तो संबंधित विभाग को तुरंत हैंडओवर कर दिया जाए।
जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी को निर्देश दिया गया कि वे उन सभी निर्माण कार्यों की तहसीलवार सूची तैयार करें जिनमें भूमि संबंधी विवाद हैं। इस सूची को उप जिलाधिकारियों को भेजकर विवादों का शीघ्र निस्तारण कराया जाए।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि यदि कोई परियोजना निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी नहीं होती है और कार्यदायी संस्था द्वारा बताई गई नई समय सीमा में भी कार्य पूरा नहीं होता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिन परियोजनाओं में धन की कमी है, उनके लिए उपयोगिता प्रमाण पत्र जारी करके धनराशि की मांग की जाए।
वर्तमान वित्तीय वर्ष में स्वीकृत परियोजनाओं के लिए सभी प्रक्रियाएं जैसे टेंडर आदि शीघ्र पूरी करके कार्य शुरू करवाने के निर्देश दिए गए।
मुख्य विकास अधिकारी ने सभी कार्यदायी संस्थाओं के अधीक्षण अभियंताओं और अधिशासी अभियंताओं को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर परियोजनाओं का निरीक्षण करें और समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करवाएं।
बैठक में परियोजना निदेशक वीरेन्द्र सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एके सिंह, उप निदेशक कृषि, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, एडीएसटीओ और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी, कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारीगण उपस्थित रहे।