शहीद सुधीर यादव की शहादत को नमन, कैबिनेट मंत्री ने परिवार को दी ढांढस
गुजरात के पोरबंदर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए भारतीय तटरक्षक बल (इंडियन कोस्ट गार्ड) के डिप्टी कमांडेंट और पायलट सुधीर कुमार यादव को उनके पैतृक गांव हरिकिशनपुर में आज विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

- शहीद जवान सुधीर यादव की शहादत को राष्ट्र सदैव याद रखेगा: कैबिनेट मंत्री
कानपुर देहात: गुजरात के पोरबंदर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए भारतीय तटरक्षक बल (इंडियन कोस्ट गार्ड) के डिप्टी कमांडेंट और पायलट सुधीर कुमार यादव को उनके पैतृक गांव हरिकिशनपुर में आज विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई। श्रद्धांजलि सभा में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए उनके बलिदान को देश के लिए अमूल्य बताया।
शहीद सुधीर कुमार यादव का परिचय
सुधीर कुमार यादव मूल रूप से कानपुर देहात के शिवली तहसील के हरिकिशनपुर गांव के निवासी थे। वे किसान नवाब सिंह यादव के छोटे बेटे थे और अपनी कड़ी मेहनत से भारतीय तटरक्षक बल में पायलट के पद पर नियुक्त हुए थे। गत रविवार को गुजरात के पोरबंदर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सुधीर कुमार यादव सहित तीन अधिकारी शहीद हो गए।
श्रद्धांजलि एवं प्रशासनिक सहायता
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में जिलाधिकारी आलोक सिंह ने शहीद के परिवार को ढांढस बंधाते हुए भरोसा दिलाया कि शासन द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी सुविधाएं उच्च प्राथमिकता पर शीघ्र उपलब्ध कराई जाएंगी।
शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये की अनुग्रह आर्थिक सहायता शीघ्र ऑनलाइन माध्यम से उनके खाते में हस्तांतरित किए जाने की प्रक्रिया की जा रही है। इसके अतिरिक्त, शहीद परिवार को अन्य सरकारी सुविधाओं और सम्मान का लाभ भी प्राथमिकता के आधार पर दिया जाएगा।
मंत्री राकेश सचान ने क्या कहा?
कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने कहा, “शहीद सुधीर कुमार यादव ने देश के लिए जो बलिदान दिया है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनका यह त्याग हर देशवासी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। राज्य सरकार शहीद के परिवार की हरसंभव सहायता करेगी और उनके सम्मान में हर जरूरी कदम उठाएगी।”
गांव और क्षेत्र में शोक का माहौल
सुधीर कुमार यादव की शहादत से पूरे गांव और क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित लोगों ने शहीद के बलिदान को नमन किया और परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। सेना के अधिकारियों ने भी शहीद को सलामी दी और उनके योगदान को याद किया।
इस अवसर पर ग्रामीणों ने सरकार से मांग की कि गांव में शहीद के नाम पर स्मारक और उनके नाम पर किसी विद्यालय या सड़क का नामकरण किया जाए ताकि उनका बलिदान हमेशा याद रखा जा सके। भारत मां के इस वीर सपूत को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सभी ने उनके परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
Discover more from अमन यात्रा
Subscribe to get the latest posts sent to your email.