शाइन सिटी फर्जीवाड़ा प्रकरण में करोड़ों के घोटाले का एक और आरोपित राजीव सिंह जयपुर से गिरफ्तार
करोड़ों रुपये के शाइन सिटी घोटाले का एक और आरोपी राजीव सिंह राजस्थान की राजधानी जयपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। वाराणसी पुलिस का अब तक तीसरे राज्य का सह सफल आपरेशन रहा है। इसके पहले बिहार और बंगाल से भी वाराणसी पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी कर चुकी है।पुलिस के अनुसार गिरफ्तारी के समय जयपुर के एक चार सितारा होटल में आरोपी आराम फरमा रहा था।
वाराणसी,अमन यात्रा । करोड़ों रुपये के शाइन सिटी घोटाले का एक और आरोपी राजीव सिंह राजस्थान की राजधानी जयपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। वाराणसी पुलिस का अब तक तीसरे राज्य का सह सफल आपरेशन रहा है। इसके पहले बिहार और बंगाल से भी वाराणसी पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी कर चुकी है।पुलिस के अनुसार गिरफ्तारी के समय जयपुर के एक चार सितारा होटल में आरोपी आराम फरमा रहा था।
कमिश्नरेट की ओर से जारी रिपोर्ट के अनसुार शातिर राजीव वाराणसी जिले के सुसुवाही, चितईपुर का रहने वाला है। आधा दर्जन मामलों में कई महीनों से वह वांछित था। वाराणसी पुलिस द्वारा शाइन सिटी से जुड़ी पिछले चंद दिनों में ये चौथी महत्वपूर्ण गिरफ्तारी है। पुलिस टीम गिरफ्तार राजीव को जयपुर से लेकर वाराणसी ला रही है।
राजीव सिंह पर वाराणसी के न्यायालय से एनबीडब्ल्यू जारी है, वहीं पुलिस कमिश्नर की ओर से उस पर 50 हज़ार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। हाल ही में एसीएस होम द्वारा इस मामले के मुख्य आरोपी राशिद और आसिफ नसीम पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। बताया गया कि शातिर राजीव सिंह इस गैंग का प्रमुख सक्रिय सदस्य है।
राजीव कुमार सिंह पुत्र लाल बाहदुर सिंह निवासी- सत्संग विहार कॉलोनी सुसुवाही वाराणसी का निवासी है और
यह मूलतः ग्राम- गौरा थाना-मोहनिया जिला कैमूर बिहार का निवासी है। पत्नी नीतू पुत्री कामेश्वर सिंह सासाराम बिहार में मिडिल स्कूल में अध्यापक है। राजीव सिंह ने स्नातक करने के बाद कंप्यूटर साइंस डिप्लोमा किया है एवं 2011 में बिरला इंश्योरेंस कंपनी में जॉइन किया जिसमें वह एजेंसी मैनेजर था। उस समय बिरला में ही राशिद नसीम कॉरपोरेट एजेंट था। दोनों का परिचय बिरला कंपनी में ही हुआ था। 2013 में शाइन सिटी इंफ्राटेक कंपनी राशिद नसीम और उसके भाई आसिफ नसीम ने बनाई तब राजीव को लखनऊ में मैनेजर बनाया था।
वर्ष 2014 में राजीव कुमार सिंह को वाराणसी का हेड नियुक्त किया उस समय राशिद नसीम ने राजीव सिंह के नाम से राजातालाब खजूरी में जमीन का पावर ऑफ अटॉर्नी बनाया था। किसानों से जमीन कंपनी की तरफ से राजीव ही खरीदता था। जबकि सेल्स की जिम्मेदारी अमिताभ श्रीवास्तव की थी। उससे राजीव की मुलाकात शाइन सिटी इंफ्रा टेक में ही हुई। अमिताभ के माध्यम से कंपनी का विस्तार अन्य शहरों में हुआ। अमिताभ श्रीवास्तव सेल्स डिपार्टमेंट देखता था और वह कंपनी में एडिशनल डायरेक्टर के पद पर था। अभियुक्त राजीव सिंह के विरुद्ध वाराणसी, लखनऊ आदि में काफी मुकदमे दर्ज हैं जिनमे वांछित चल रहा था।
ईओडब्ल्यू ने विवेचना के दौरान राजीव सिंह के विरुद्ध न्यायालय से गैर जमानती वारंट प्राप्त किया था। ईओडब्ल्यू से प्राप्त एनबीडब्ल्यू व हुकुम तहरीरी के आधार पर राजीव सिंह व अन्य अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी हेतु टीमें गठित की गई।
क्राइम ब्रांच वाराणसी व थाना चितईपुर/ लंका की पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त राजीव सिंह को गुमान हेरिटेज होटल जयपुर राजस्थान से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की जहां पर अभियुक्त नाम बदलकर, छिपकर रह रहा था। अभियुक्त को गिरफ्तार कर थाना बजाज नगर, जयपुर में दाखिल कर सड़क मार्ग से वाराणसी लाया जा रहा है जहां पर पूछताछ के बाद न्यायिक अभिरक्षा में रिमांड हेतु माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।