कंजती गांव में रहने वाले धनपत का बेटा शिववीर कन्नौज के महाविद्यालय से बीएससी प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। वहीं पड़ोस में रहने वाली युवती ने कक्षा 8 पास करने के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। गांव वालों की मानें तो दोनों के बीच काफी पहले से प्रेम प्रसंग चल रहा था और अक्सर चोरी छिपे मिला करते थे। रविवार की रात होलिका दहन के बाद से दोनों अपने घरों से लापता हो गए थे। दोनों के घरवालों ने खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला।

सोमवार की सुबह आठ बजे गांव के आशु कटियार खेतों में चारा लेने गए तो नीम के पेड़ पर दोनों के शव लटके दिखाई दिए। इसपर उनकी सूचना पर गांव वालों की भीड़ एकत्र हो गई। होली का माहौल में अचानक सन्नाटा छा गया और तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। वहीं दोनों के घर वालों का रो रोकर हाल बेहाल हो गया।पुलिस अधिकारी भी सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर आ गए। पुलिस को पूछताछ में पिता ने बताया की बेटी की शादी 30 मार्च को होनी थी और बरात आनी है।

शादी को लेकर घर पर तैयारियां चल रही थीं और 20 मार्च को तिलक की रस्म पूरी की थी। उन्हें नहीं पता था कि बेटी ऐसा कदम उठा लेगी। वहीं शिववीर के पिता धनपत ने बताया कि प्रेम प्रसंग बारे में कोई जानकारी नहीं थी। रात को होलिका दहन तक शिववीर साथ था। देर रात उसके कमरे में न होने पर मां ने जानकारी दी तो खोजबीन शुरू की गई। थाना प्रभारी कृष्ण मोहन राय ने बताया की प्रथम दृष्टया छानबीन में प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया है। प्रेमी युगल के शव एक ही पेड़ पर एक ही रस्सी से लटके मिले हैं। घटनास्थल पर उनके कपड़ों से मोबाइल फोन और आधार कार्ड भी मिले हैं। घटना की पड़ताल कराई जा रही है।