शान्ति देवी का निधन: एक युग का अंत, शोक में डूबा परिवार
कल रात्रि 9:00 बजे, स्नेह और करुणा की प्रतिमूर्ति, श्रीमती शान्ति देवी, धर्मपत्नी श्री सुदामा प्रसाद और रामजी चश्मे वाले की पूजनीय माताजी, ने 70 वर्ष की आयु में अपने प्राण त्याग दिए।

- 70 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस, परिवार और शहर में मातम
पुखरायां। कल रात्रि 9:00 बजे, स्नेह और करुणा की प्रतिमूर्ति, श्रीमती शान्ति देवी, धर्मपत्नी सुदामा प्रसाद और रामजी चश्मे वाले की पूजनीय माताजी, ने 70 वर्ष की आयु में अपने प्राण त्याग दिए। उनके निधन से न केवल उनका परिवार, बल्कि पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई है।
अंतिम यात्रा आज, कालपी घाट पर होगा अंतिम संस्कार
उनकी अंतिम यात्रा आज सुबह 11:00 बजे सुभाष नगर नगर पालिका के सामने 2 गेट से प्रारंभ होगी और कालपी घाट पर समाप्त होगी, जहाँ वे पंचतत्व में विलीन हो जाएँगी।
एक ममतामयी और प्रेरणादायी व्यक्तित्व
श्रीमती शान्ति देवी एक ममतामयी माँ, समर्पित पत्नी और आदर्श नागरिक थीं। उनका जीवन सादगी, सेवा और समर्पण का प्रतीक था। वे हमेशा दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहती थीं और उन्होंने अपने स्नेह और मार्गदर्शन से अनेक लोगों के जीवन को प्रभावित किया। उनका शांत और सौम्य स्वभाव, उनकी गहरी आध्यात्मिकता और उनके द्वारा दिए गए नैतिक मूल्यों ने उन्हें सभी के दिलों में एक विशेष स्थान दिलाया।
शोक संवेदनाओं का तांता
उनके निधन की खबर फैलते ही, शहर के विभिन्न क्षेत्रों से शोक संवेदनाओं का तांता लग गया। राजनेता, व्यापारी, सामाजिक कार्यकर्ता और आम नागरिक, सभी उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।
परिवार का भावुक संदेश
इस दुखद घड़ी में, उनके दुःखी पुत्र, परिजनों और शुभचिंतकों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। परिवार ने कहा, “माँ का जाना एक अपूरणीय क्षति है। उनकी यादें हमारे दिलों में हमेशा जीवित रहेंगी।” उन्होंने सभी से इस शोक की घड़ी में उनके साथ रहने और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करने का अनुरोध किया है।
एक पुण्य आत्मा की विदाई
श्रीमती शान्ति देवी का निधन एक पुण्य आत्मा की विदाई है। उनके द्वारा स्थापित किए गए आदर्श और मूल्य आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
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