शिक्षकीय कार्यों में रुचि न लेना बोर्ड ड्यूटी को लेकर दखलअंदाजी करना शिक्षक को पड़ा भारी, बीईओ ने नोटिस किया जारी
सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल है। कुछ चुनिंदा शिक्षक शिक्षकीय कार्यों में रुचि नहीं ले रहे हैं। यहीं नहीं अध्यापन कार्य से भी दूरी बनाए हुए हैं जिसका असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है।
कानपुर देहात। सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल है। कुछ चुनिंदा शिक्षक शिक्षकीय कार्यों में रुचि नहीं ले रहे हैं। यहीं नहीं अध्यापन कार्य से भी दूरी बनाए हुए हैं जिसका असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। शिक्षा का स्तर तेजी से गिर रहा है। यहीं नहीं शिक्षक अपने कर्तव्यों को लेकर भी गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। शिक्षकीय कार्य को छोड़ कुछ शिक्षक अन्य कार्यों को करने में अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
ताजा मामला सरवनखेड़ा विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय चितरिया का है यहां कार्यरत सहायक अध्यापक सुलभ मिश्रा पढ़ाने के बजाय अपने विद्यालय में इंचार्ज प्रधानाध्यापक से रौब झाड़ते रहते हैं। हाल ही में बोर्ड एग्जाम में इंचार्ज प्रधानाध्यापक अजय तिवारी की ड्यूटी लगाई गई तो सहायक अध्यापक सुलभ मिश्रा ने विरोध शुरू कर दिया और विद्यालयी दायित्वों का कार्यभार लेने से मना कर दिया।
बोर्ड परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्य में रुचि न लेने व विद्यालय के शैक्षणिक कार्यों में भी रुचि न लेने को लेकर इंचार्ज प्रधानाध्यापक ने खंड शिक्षा अधिकारी को प्रार्थना पत्र सौंपा। उन्होंने अपने पत्र में खंड शिक्षा अधिकारी को अवगत कराया कि मैं बोर्ड एग्जाम ड्यूटी करने को तैयार हूं लेकिन मेरे विद्यालय में कार्यरत सहायक अध्यापक विद्यालयी कार्यों के दायित्व हेतु कार्यभार लेने से मना कर रहे हैं, अक्सर बात बात में विद्यालय में दादागिरी दिखाते रहते हैं और अपने नजदीकी रिश्तेदार को सीएम का निजी सचिव बताकर रौब झाड़ते रहते हैं। उन्होंने उक्त प्रकरण में बीईओ से अग्रिम कार्यवाही के लिए निवेदन किया। खंड शिक्षा अधिकारी ने उक्त प्रकरण का संज्ञान लेते हुए तत्काल ही सहायक अध्यापक सुलभ मिश्रा को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया इसके साथ ही सुलभ मिश्रा की बोर्ड ड्यूटी लगाते हुए इंचार्ज प्रधानाध्यापक को उन्हें कार्यमुक्त करने का निर्देश दिया ताकि बोर्ड परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्य में कोई भी व्यवधान उत्पन्न न हो सके।
खंड शिक्षा अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय चितरिया का प्रकरण संज्ञान में आया है कार्यवाही की है। उन्होंने यह भी कहा स्कूलों में शिक्षक समय से उपस्थित रहें और शैक्षणिक गतिविधियों को दुरस्त करें नहीं तो एक्शन होगा। यदि कोई भी शिक्षक विभागीय आदेश की अवहेलना करता है या मनमानी करता है तो उसके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।