शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की संख्या के सापेक्ष प्रान आवंटन की गति धीमी, वित्त एवं लेखाधिकारी का पारा गरम
परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों, कर्मचारियों को प्रान यानि परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर आवंटन में ढिलाई पर वित्त एवं लेखाधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारियों से नाराजगी जताई है। उन्होंने 1 अप्रैल 2005 या उसके बाद नियुक्त सभी शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मियों को एक महीने में प्रान आवंटित करने के निर्देश दिए हैं।
- खंड शिक्षा अधिकारियों को जारी की अंतिम चेतावनी
- एक माह के अंदर शत प्रतिशत शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को एलॉट करने होंगे प्रान
कानपुर देहात। परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों, कर्मचारियों को प्रान यानि परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर आवंटन में ढिलाई पर वित्त एवं लेखाधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारियों से नाराजगी जताई है। उन्होंने 1 अप्रैल 2005 या उसके बाद नियुक्त सभी शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मियों को एक महीने में प्रान आवंटित करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए उन्होंने महानिदेशक के आदेश का हवाला देते हुए शत प्रतिशत शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के प्रान फॉर्म जमा करने के निर्देश दिए थे। इसकी साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट परिषद मुख्यालय भेजी जानी है जिसके लिए सभी बीईओ को गूगल सीट उपलब्ध कराई गई है किंतु इस पर अभी तक प्रान आवंटन की प्रगति रिपोर्ट खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा अपडेट नहीं की गई है। यह अत्यंत ही खेद का विषय है कि खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा इस कार्य को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है ना ही इसे पूर्ण करने के लिए शीघ्रता दिखाई जा रही है। वित्त एवं लेखाधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को अंतिम चेतावनी देते हुए निर्देशित किया है कि वे एनपीएस से आच्छादित कार्मिकों के प्रान आवंटन एवं अंशदान कटौती के कार्य को गंभीरता से लेते हुए तत्काल निर्देशों का पालन करना सुनिश्चित करें अन्यथा की दशा में उत्पन्न होने वाली किसी भी असहज स्थिति के लिए वे स्वयं उत्तरदाई होंगे। जनपद में करीब 2100 शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों को प्रान एलाट नहीं है।