कानपुर देहात: बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित पाँच दिवसीय ‘बुनियादी भाषा और संख्यात्मकता’ प्रशिक्षण का शुक्रवार को पुखरायां के संत विवेकानंद पब्लिक स्कूल में समापन हो गया। इस प्रशिक्षण में शिक्षकों को ‘निपुण भारत’ मिशन और नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाने के आधुनिक तरीकों की जानकारी दी गई।
क्या सिखाया गया
प्रशिक्षण के दौरान, संदर्भ दाताओं ने शिक्षकों को कई महत्वपूर्ण विषयों पर मार्गदर्शन दिया:
- पहले दिन: कक्षा तीन की ‘वीणा वन’ पुस्तक और ‘गणित मेला’ पर विस्तार से चर्चा हुई।
- दूसरे दिन: बच्चों में मौखिक तर्कशीलता विकसित करने के तरीके और शब्दों को पढ़ने के लिए ग्रिड का प्रभावी उपयोग सिखाया गया।
- तीसरे दिन: ‘निपुण भारत’ के संशोधित लक्ष्यों से शिक्षकों को अवगत कराया गया।
- चौथे दिन: कक्षा 4 और 5 में उपचारात्मक शिक्षण योजना पर गहन चर्चा हुई।
- पाँचवें दिन: अंग्रेजी की किताब ‘संतूर’ में दी गई चार प्रकार की स्किल्स (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) के बारे में बताया गया।
विद्यालयों को ‘ब्रांड’ बनाने पर जोर
समापन के अवसर पर, संदर्भ दाता मानवेंद्र सिंह ने शिक्षकों से कहा कि उन्होंने जिस लगन से प्रशिक्षण लिया है, उसी लगन से इसे अपने स्कूलों में भी लागू करें। उन्होंने शिक्षकों को विभाग द्वारा दी गई शिक्षण सामग्री का कक्षा में उपयोग करने के लिए प्रेरित किया, ताकि हर स्कूल अपने आप में एक ‘ब्रांड’ बन सके।
इस दौरान, शिक्षकों को समय-सारणी का पालन करने के साथ-साथ विज्ञान किट, गणित किट और पुस्तकालय का भी नियमित उपयोग करने की सलाह दी गई। प्रशिक्षण शिविर में संदर्भ दाताओं के रूप में मानवेंद्र सिंह, नईम अहमद, अल्पना चौरसिया और बृजेश सचान सहित कई शिक्षक उपस्थित थे। जगरूप सिंह, नरेश कुमार, नरेंद्र कुमार, अनीता यादव, शशि प्रभा और आशा जैसे शिक्षकों ने इस प्रशिक्षण में सक्रिय रूप से भाग लिया।