शिक्षक व छात्रों की लगेगी डिजिटल हाजिरी 12 रजिस्टर होंगे डिजिटलाइज, बीएसए ने आदेश किया जारी
परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को जल्द ही रजिस्टरों पर लिखा-पढ़ी से मुक्ति मिल जाएगी। शिक्षकों को अपनी और विद्यार्थियों की हाजिरी रजिस्टरों में नहीं लगानी होगी। इसके लिए शिक्षकों के पास डिजिटल रजिस्टर रहेंगे। स्कूलों को टैब मिल चुके हैं। इससे आंकड़ों का रखरखाव बेहतर हो जाएगा।

राजेश कटियार, कानपुर देहात। परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को जल्द ही रजिस्टरों पर लिखा-पढ़ी से मुक्ति मिल जाएगी। शिक्षकों को अपनी और विद्यार्थियों की हाजिरी रजिस्टरों में नहीं लगानी होगी। इसके लिए शिक्षकों के पास डिजिटल रजिस्टर रहेंगे। स्कूलों को टैब मिल चुके हैं। इससे आंकड़ों का रखरखाव बेहतर हो जाएगा।
परिषदीय स्कूलों में प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों को कई तरह के रजिस्टर मेनटेन करने होते हैं। इसमें अधिक समय लगता है और जब कभी आंकड़े आदि मांगे जाते हैं तो इन्हें बार बार लिखकर या डिजिटल फीडिंग कर देना होता है। समय की बचत और आंकड़ों के बेहतर रखरखाव के लिए अब 12 ऐसे रजिस्टर लिए गए हैं जिनका डिजिटाइजेशन किया जा रहा है।
इन पंजिकाओं का उपयोग वास्तविक समय (रियल टाइम) के लिए हो सकेगा। बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने इस बाबत सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। आदेश के बाद से विद्यालयों में तैयारियां तेज कर दी गई हैं। वर्तमान में विद्यालयों में प्रयुक्त की जा रही भौतिक पंजिकाओं के अनुरूप ही रजिस्टरों का डिजिटल प्रारूप तैयार किया जाना है।
12 रजिस्टरों के डिजिटल प्रारूप का जनपद के परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में प्रयोग सुनिश्चित किया जाना है जिसमें उपस्थिति पंजिका, प्रवेश पंजिका, कक्षावार छात्र उपस्थिति पंजिका, एमडीएम पंजिका, समेकित नि:शुल्क सामग्री वितरण पंजिका, स्टॉफ पंजिका, आय-व्यय एवं इश्यू पंजिका, बैठक पंजिका, निरीक्षण पंजिका, पत्र व्यवहार पंजिका, बाल गणना पंजिका, पुस्तकालय एवं खेलकूद पंजिका शामिल है।
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