शिक्षक संकुल का रौब छोड़ शिक्षण कार्य में दिखाओ रुचि, नहीं तो रुक जायेगा वेतन
बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षक संकुल के विद्यालयों को दिसंबर तक निपुण विद्यालय बनाने के लिए लक्ष्य तय किया है। इसके तहत सभी डायट प्राचार्यों व बीएसए को निर्देश दिया है कि शिक्षक संकुल की बैठकों और मासिक लक्ष्य को पूरा किया जाए।
- दिसंबर तक शिक्षक संकुल अपने विद्यालय को बनायें निपुण
- बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षक संकुल का लक्ष्य किया जारी
लखनऊ/कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षक संकुल के विद्यालयों को दिसंबर तक निपुण विद्यालय बनाने के लिए लक्ष्य तय किया है। इसके तहत सभी डायट प्राचार्यों व बीएसए को निर्देश दिया है कि शिक्षक संकुल की बैठकों और मासिक लक्ष्य को पूरा किया जाए। जिससे शिक्षक संकुल के विद्यालयों को दिसंबर 2023 तक निपुण विद्यालय बनाया जा सके। शिक्षक संकुल का रौब छोड़ शिक्षण कार्य में रुचि दिखाए, निर्धारित लक्ष्य को हर हाल में प्राप्त करें नहीं तो विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने निर्देश दिया कि एआरपी पिछली जिला स्तरीय बैठक के मुख्य बिंदुओं को सभी से साझा करेंगे। साथ ही शिक्षक प्रशिक्षण वीडियो को सभी शिक्षकों को दिखाएंगे। पिछली बैठक के सापेक्ष किए गए शिक्षण संबंधी प्रयासों, शिक्षण पद्धतियों, रोचक गतिविधियों को साझा किया जाएगा। सबसे महत्वपूर्ण निपुण भारत मिशन की अकादमिक रणनीति पर प्रस्तुतिकरण होगा। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी शिक्षक संकुल अक्तूबर में मासिक लक्ष्य को पूरा करें। उन्हें अपने विद्यालय को दिसंबर 2023 तक निपुण विद्यालय बनाने के लिए पांच बिंदु के टूलकिट का प्रयोग भी करना होगा। इसके तहत शिक्षकों का कक्षा आवंटन व कार्य विभाजन, संदर्शिका आधारित शिक्षण योजना का प्रयोग, छात्रों का आंकलन व रेमेडियल शामिल हैं। साथ ही सामुदायिक सहभागिता व अभिभावक के साथ संपर्क, शिक्षक छात्र के बीच आत्मीय संबंध बनाना शामिल है। इसे प्राथमिकता के आधार पर लागू करना होगा। सभी शिक्षक संकुल अपने न्याय पंचायत के सभी प्रधानाध्यापकों को निपुण भारत मॉनीटरिंग सेंटर पोर्टल के नियमित प्रयोग के लिए प्रोत्साहित करेंगे। बता दें कि जिलों में न्याय पंचायत स्तर पर शिक्षक संकुल का गठन किया गया है। शिक्षक संकुलों के विद्यालयों को दिसंबर 2023 तक निपुण विद्यालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है।