परिषदीय विद्यालयों के बच्चों की पढ़ाई लिखाई हाईटेक होने लगी है। इसी क्रम में परिषदीय विद्यालयों के अध्यापकों की सहूलियत के लिए इन अध्यापकों को टेबलेट का इंतजाम कर दिया गया है। इससे वह स्कूली व विभागीय सभी जरूरी कार्य ऑनलाइन प्रक्रिया से कर सकेंगे।
राजेश कटियार, कानपुर देहात। परिषदीय विद्यालयों के बच्चों की पढ़ाई लिखाई हाईटेक होने लगी है। इसी क्रम में परिषदीय विद्यालयों के अध्यापकों की सहूलियत के लिए इन अध्यापकों को टेबलेट का इंतजाम कर दिया गया है। इससे वह स्कूली व विभागीय सभी जरूरी कार्य ऑनलाइन प्रक्रिया से कर सकेंगे। जिन स्कूलों में प्रधानाध्यापक एवं सहायक अध्यापक नहीं है या एकल शिक्षक विद्यालय है उन स्कूलों में टेबलेट शिक्षामित्र एवं अनुदेशकों को सीनियरिटी के हिसाब से दिया जाएगा कुल मिलाकर प्रत्येक विद्यालय में दो टेबलेट दिए जाएंगे। इस बाबत स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने सभी जनपदों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं।
साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि भविष्य में यदि उक्त विद्यालय में प्रधानाध्यापक / सहायक अध्यापक की तैनाती हो जाती है तो शिक्षामित्र अथवा अनुदेशक को वितरित किया गया टेबलेट संबंधित प्रधानाध्यापक / सहायक अध्यापक को हस्तगत कराया जायेगा और तद्नुसार तत्समय मैपिंग पोर्टल पर अद्यावधिक की जायेगी। कुछ परिषदीय विद्यालयों को दो-दो व कुछ विद्यालय को एक-एक टेबलेट दिया जा चुका है। एक टैबलेट प्रधानाध्यापक व दूसरा एक सहायक शिक्षक को दिया गया है। इसके संचालन के लिए प्रधानाध्यापकों को यूजर आईडी व पासवर्ड दिया जाएगा।
जल्द ही स्मार्ट क्लास में पढ़ेंगे परिषदीय स्कूलों के बच्चे-
जल्द ही सभी परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास चलेगा। अध्यापक किताब के अलावा डिजिटल कक्षा के माध्यम से बच्चों को पढ़ाएंगे और चित्र व वीडियो के माध्यम से समझाएंगे। इससे बच्चों को विज्ञान, पर्यावरण, भूगोल, गणित, अंग्रेजी समेत अनेक विषयों को समझने में आसानी होगी। इसके पहले सभी परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कम्पोजिट विद्यालयों का कायाकल्प कराकर सुविधाओं और संसाधनों से लैश किया जा रहा है।
जनपद कानपुर देहात भी अधिकांश विद्यालयों का जीर्णोद्धार, रंगाई पुताई, चहारदीवारी का निर्माण, टायल्स समेत अनेक कार्य पूरे हो चुके हैं। स्मार्ट क्लास का फायदा जिले के डेढ़ लाख से अधिक बच्चों को मिलेगा। इसमें सामूहिक सहभागिता से प्रोजेक्टर, स्मार्ट टीबी आदि का इंतजाम किया जाएगा। बिजली की व्यवस्था भी दुरूस्त कराई जाएगी। प्रोजेक्टर, स्मार्ट टीबी व अन्य उपकरण को सुरक्षित कक्ष में रखा जाएगा। कक्षों में डबल लॉक भी लगाया जाएगा। इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी गांव में रहने वाले प्रधान, रसोइया, शिक्षामित्र को भी दी जाएगी।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय का कहना है कि बेसिक शिक्षा व्यवस्था को हाईटेक करने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। शिक्षकों के लिए टेबलेट की व्यवस्था की जा रही है। अधिकांश शिक्षकों को टेबलेट उपलब्ध भी करवा दिए गए हैं। इससे वह विद्यालय संबंधी और विभागीय जरूरी कार्य ऑनलाइन करेंगे। इससे कार्यों में पारदर्शिता, सुगमता रहेगी।