शिक्षा का लक्ष्य: छात्रों में समस्या-समाधान कौशल का विकास
उत्तर प्रदेश: निपुण भारत मिशन के तहत, छात्रों में समस्याओं को हल करने की क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से संत विवेकानंद पब्लिक स्कूल में शिक्षकों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण आयोजित किया गया।

- निपुण भारत मिशन के तहत पुखरायां में शिक्षकों को मिला प्रशिक्षण
पुखरायां, उत्तर प्रदेश: निपुण भारत मिशन के तहत, छात्रों में समस्याओं को हल करने की क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से संत विवेकानंद पब्लिक स्कूल में शिक्षकों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण के दौरान, संदर्भ दाताओं ने बताया कि शिक्षा का प्रमुख लक्ष्य छात्रों को न केवल ज्ञान देना है, बल्कि उन्हें वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना भी है।
निपुण लक्ष्य ऐप में नए अपडेट
प्रशिक्षण में बताया गया कि निपुण लक्ष्य ऐप को अब और अधिक प्रभावी बनाया गया है। इसमें कक्षा एक और दो के बच्चों के लिए लेखन, तर्क और विश्लेषण से जुड़े प्रश्न जोड़े गए हैं। संशोधित लक्ष्यों में समझ के साथ पढ़ना, पैटर्न की पहचान करना और लेखन को नई दक्षता के रूप में शामिल किया गया है।
गणित को रोचक और जीवन से जोड़ना
एआरपी मानवेंद्र सिंह ने कहा कि गणित शिक्षक की भूमिका छात्रों को केवल गणितीय गणनाएं सिखाने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करने के लिए गणित के उपयोग में भी कुशल बनाना है। बृजेश कुमार सचान ने बताया कि इस सत्र में शिक्षकों के लिए कहानी चार्ट, पहेलियां और नवीन पोस्टर जैसी सहायक सामग्रियां उपलब्ध कराई गई हैं, जिनका उपयोग करके वे जोड़, घटाव, गुणा और भाग जैसी अवधारणाओं को सरलता से समझा सकते हैं। संदर्भ दाता अल्पना चौरसिया ने गणित के जादू और रोचक गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को उनके परिवेश से जोड़कर गणित सिखाने के तरीके बताए।
प्रशिक्षण में शामिल सहायक अध्यापकों ने भी गणित शिक्षण की विभिन्न अवधारणाओं पर अपनी प्रस्तुतियां दीं। इस कार्यक्रम में एआरपी मनोज कुमार पाल, नईम अहमद, बृजेश सचान, अल्पना चौरसिया, रागिनी गुप्ता, कृष्णकांत, जयदेव, संदीप यादव, प्रत्यूष कुशवाहा, रवि द्विवेदी, अजीत कुमार और ज्योति मिश्रा सहित कई शिक्षाविद् उपस्थित थे।
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