शीतलहर के चलते जनपद के स्कूलों में 22 तक की छुट्टी घोषित, शिक्षकों ने जिलाधिकारी एवं बीएसए का जताया आभार
जनपद में भीषण ठंड, शीतलहर और कोहरे के प्रकोप के कारण आंगनबाड़ी समेत समस्त बोर्डों से संचालित कक्षा 8 तक के स्कूलों को 20 जनवरी 2024 तक के लिए बंद कर दिया गया है। बीएसए रिद्धी पाण्डेय ने जिला अधिकारी आलोक सिंह के निर्देश पर आदेश जारी किया है।
- अब 23 जनवरी को खुलेंगे विद्यालय
राजेश कटियार, कानपुर देहात। जनपद में भीषण ठंड, शीतलहर और कोहरे के प्रकोप के कारण आंगनबाड़ी समेत समस्त बोर्डों से संचालित कक्षा 8 तक के स्कूलों को 20 जनवरी 2024 तक के लिए बंद कर दिया गया है। बीएसए रिद्धी पाण्डेय ने जिला अधिकारी आलोक सिंह के निर्देश पर आदेश जारी किया है।
अब प्ले ग्रुप से कक्षा आठ तक संचालित जनपद के सभी स्कूल 23 जनवरी को खुल सकेंगे। दरअसल पूरे प्रदेश में शीत लहर का प्रकोप है। कई जिलों में कड़ाके की ठंड है तो वहीं कोहरे के कारण दिन में भी वाहनों की हेडलाइट जलानी पड़ रही है। इधर कानपुर देहात में भी ठंड के कारण कक्षा 1 से 8 तक के सभी सरकारी, गैर सरकारी व मान्यता प्राप्त स्कूल बंद रहेंगे। यूपी के कई जिलों में भीषण ठंड को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी बढ़ा दी गई है। सीबीएसई बोर्ड, आईसीएसई बोर्ड और परिषदीय विद्यालयों समेत सभी बोर्डों के स्कूल बंद रहेंगे। आदेश का अनुपालन नहीं करने पर स्कूलों पर कार्यवाही भी होगी। बीएसए रिद्धी ने आदेश का सख्ती से अनुपालन करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि पहाड़ों पर बर्फबारी होने की वजह से यूपी के अधिकांश जिले कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे हैं।
कोहरे की सफेद चादर से ढंका इलाका, अब 23 जनवरी को खुलेंगे स्कूल-
कई इलाके सफेद कोहरे की चादर से ढ़के हुए हैं। परिषदीय स्कूलों की अवकाश तालिका में 17 जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जयंती का अवकाश पहले से घोषित था जबकि 21 जनवरी को रविवार और 22 जनवरी को अयोध्या मंदिर लोकार्पण में प्राण प्रतिष्ठा के चलते अवकाश रहेगा। ऐसे में अब स्कूल 23 जनवरी 2024 को ही खुल सकेंगे। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक प्रदेश भर में शीतलहर में तेजी आने की भविष्यवाणी की है। इसके चलते उत्तर प्रदेश के कई जिलों में स्कूलों में छुटि्टयां घोषित की गई हैं।
छुट्टी के ऐलान से बच्चे खुश तो माता-पिता ने ली राहत की सांस-
स्कूलों में छुट्टी होने से छात्रों के चेहरे खिल गए हैं। वहीं बच्चों को स्कूल लाने ले जाने और उनकी तबीयत खराब होने की आशंका से चिंतित अभिभावकों ने भी राहत की सांस ली है। शीतलहर के इस सितम का सीधा असर अब जनजीवन पर भी पड़ रहा है। दिन और रात दोनों ही समय बर्फीली हवाएं लोगों को कंपा रही है। लोगों का कहना है कि ठंड को देखते हुए यूनिफॉर्म पहनने की अनिवार्यता को भी समाप्त किया जाए। ऐसे दिनों में गर्म कपड़े जितने भी ठंड से बचा सकें बच्चे उन्हें ही पहनकर विद्यालय जाएं।
शिक्षकों ने जिलाधिकारी एवं बेसिक शिक्षाधिकारी का जताया आभार-
शीतकालीन अवकाश बढ़ाए जाने पर शिक्षकों ने जिलाधिकारी एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी का आभार व्यक्त किया है। शिक्षकों का कहना है कि हमारे जनपद के दोनों ही अधिकारी बहुत ही अच्छे हैं। वह बच्चों की ही नहीं बल्कि शिक्षकों की भी सभी समस्याओं का त्वरित निस्तारण व निवारण करते हैं। ये अधिकारी सभी का ख्याल ही नहीं रखते बल्कि ईमानदारी, सत्यनिष्ठा, व्यावसायिकता और अपने कर्तव्यों के प्रति सदैव अग्रसर रहते हैं।