शैक्षिक महासंघ का तीन दिवसीय आठवां राष्ट्रीय अधिवेशन कर्नाटक में प्रारंभ
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अष्टम अधिवेशन का शुभारंभ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई एवं भारत सरकार के वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
अमन यात्रा,बंगलुरु। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अष्टम अधिवेशन का शुभारंभ कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई एवं भारत सरकार के वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
प्रथम सत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा करते हुए संस्कृत के विद्वान चांद किरन आहुजा ने कहा कि शिक्षा के चार स्तम्भ हैं शिक्षा वह जो हमें ज्ञान दे शिक्षा वह जो जीवन उपयोगी है शिक्षा वह जो हमें साथ रहना सिखाए शिक्षा वह जो हमें मानवता सिखाए।
इस अवसर पर कर्नाटक के शिक्षा मंत्री नागेश जी, कर्नाटक सरकार के अन्य कई मंत्री, राज्यसभा सांसद, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे०पी० सिंघल, राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री लक्ष्मण, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के प्रभारी महेंद्र कुमार, अखिल भारतीय सह बौद्धिक प्रमुख सुनील भाई मेहता, राष्ट्रीय अध्यक्ष प्राथमिक संवर्ग भगवती सिंह जी, उत्तर प्रदेश प्राथमिक संवर्ग के अध्यक्ष अजीत सिंह जी, उत्तर प्रदेश के प्रदेश संगठन मंत्री शिव शंकर सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष पवन शंकर दीक्षित, प्रदेश मंत्री एवं जिलाध्यक्ष कानपुर देहात प्रदीप तिवारी, प्रदेश संयुक्त मंत्री शशांक पाण्डेय जी सहित अन्य अखिल भारतीय पदाधिकारी, राज्यों के पदाधिकारी एवं देश के सभी राज्यों से आए पदाधिकारी तथा जनपद कानपुर देहात से मनोज शुक्ला जिला कार्यकारी अध्यक्ष, रवि द्विवेदी जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अनन्त त्रिवेदी जिला संगठन मंत्री, अजय गुप्ता जिला प्रवक्ता, सुनील कुमार जिला कोषाध्यक्ष, डॉ इन्द्र कुमार जिला मीडिया प्रभारी सहित जिला कार्य समिति के सदस्य मंयक मिश्रा, गौरव सिंह गौर, प्रेम कुमार उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने एवं केंद्रीय मंत्री ने शिक्षकों की हर समस्याओं को यथासंभव समाधान करने का पूर्ण आश्वासन अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष को दिया।
सायंकाल के सत्र में विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य का सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया।