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श्रम विभाग की अधिकारी सौम्या पांडेय को मिलेगा प्रतिष्ठित यंग अचीवर अवॉर्ड
श्रम विभाग में तैनात आईएएस अधिकारी सौम्या पांडेय को प्रतिष्ठित यंग अचीवर अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह अवॉर्ड युवा प्रतिभाओं को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से दिया जाता है।
- सौम्या पांडेय: श्रमिकों के हितों की आवाज
- "मुझे श्रमिकों के जीवन में सुधार लाने और उन्हें सशक्त बनाने का मौका मिलने पर बहुत खुशी होती है।" - सौम्या पांडेय
कानपुर। श्रम विभाग में तैनात आईएएस अधिकारी सौम्या पांडेय को प्रतिष्ठित यंग अचीवर अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह अवॉर्ड युवा प्रतिभाओं को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से दिया जाता है। सौम्या पांडेय ने श्रम विभाग में कई महत्वपूर्ण सुधार किए हैं और श्रमिकों के हितों के लिए अथक प्रयास किए हैं। उन्हें यह सम्मान मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) प्रयागराज के पूर्व छात्र सम्मेलन में दिया जाएगा। एमएनएनआईटी के पूर्व छात्रों के लिए यह अवॉर्ड विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह उनके संस्थान के प्रतिभाशाली पूर्व छात्रों को सम्मानित करता है।
मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) प्रयागराज के पुरा छात्र सम्मेलन में आयोजित एक प्रतिष्ठित कार्यक्रम में यह निर्णय लिया गया। इस अवॉर्ड के लिए आठ अलग-अलग श्रेणियों में 64 पूर्व छात्रों ने नामांकन किया था। एक कठिन चयन प्रक्रिया के बाद, स्क्रीनिंग और पुरस्कार समिति ने छह श्रेणियों में आठ ‘मोती’ (पूर्व छात्र) को चुना है। सौम्या पांडेय इन आठ विजेताओं में से एक हैं।
सौम्या पांडेय ने श्रम विभाग में कई महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। उन्होंने श्रमिकों के लिए बेहतर कार्य वातावरण बनाने, श्रम कानूनों को लागू करने और श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए अथक प्रयास किए हैं। उनके नेतृत्व में श्रम विभाग ने कई नई पहलें की हैं, जिससे श्रमिकों को काफी लाभ हुआ है। भविष्य में, वे श्रमिकों के कौशल विकास और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं।
एमएनएनआईटी पुराछात्र संघ के कार्यकारी अध्यक्ष प्रोफेसर अवनीश कुमार दुबे ने बताया कि यह पहली बार है कि ये पुरस्कार दिए गए हैं और इंजीनियरिंग के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएं देने वाले हमारे प्रतिष्ठित पुरा छात्रों को सम्मानित करने के लिए यह पुरस्कार भविष्य के वर्षों में भी जारी रहेगा। ये पुरस्कार नवंबर माह में होने वाले वैश्विक पुराछात्र सम्मेलन-2024 के दौरान प्रदान किए जाएंगे।