संघ का गुरू भगवा ध्वज भारत के गौरवमयी अतीत का साक्षी : रवि द्विवेदी
परम पवित्र भगवा ध्वज हजारों वर्षों से भारतीय संस्कृति व पराक्रम का साक्षी रहा है इस भगवा ध्वज को गुरु मानकर ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत माता को पुनः परमवैभव पर ले जाने का संकल्प प्रतिदिन शाखाओं में दोहराता है।
अमन यात्रा, अकबरपुर । परम पवित्र भगवा ध्वज हजारों वर्षों से भारतीय संस्कृति व पराक्रम का साक्षी रहा है इस भगवा ध्वज को गुरु मानकर ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत माता को पुनः परमवैभव पर ले जाने का संकल्प प्रतिदिन शाखाओं में दोहराता है।
यह बात सरला द्विवेदी महाविद्यालय अकबरपुर में चल रहे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्राथमिक शिक्षा वर्ग में पुखरायाँ के नगर संघचालक रवि द्विवेदी ने वर्ग में आए स्वयंसेवकों से को संबोधित करते हुए रविवार को कही।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने व्यक्ति के बजाय तत्व रूपी भगवाध्वज को गुरु माना है जो सनातन है।प्रभु राम ,कृष्ण से लेकर शिवा जी ,राणा प्रताप ने भी इसी ध्वज से प्रेरणा लेकर भारतमाता की रक्षा में सर्वश्व समर्पण किया है।
यज्ञ की ज्वाला के समान दो शिराओं वाला भगवा ध्वज हमें त्याग ,समर्पण,सेवा,शौर्य व राष्ट्र के लिए जीने के लिए निरंतर प्रेरित करता है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पिछले सत्तानवें वर्षों से हिन्दू समाज को संगठित कर ‘राष्ट्राय स्वाहा इदं न मम्’ का भाव लेकर भारत माता के गौरवमयी अतीत को लौटाने के लिए लगा है। संघ की शाखाओं में शारीरक व बौद्धिक के माध्यम से समरसता व एकात्मकता लाकर व्यक्तित्व निर्माण कर राष्ट्र व समाज के लिए सर्वश्व समर्पण करने वाले स्वयंसेवक तैयार किए जाते हैं। इस अवसर पर वर्ग कार्यवाह कृष्ण कुमार, मुख्य शिक्षक शैलैश, जिला प्रचारक वीर जी, अभिषेक, राजवीर, रवीन्द्र आदि रहे।