सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने आगे आया एचपीसीएल
सरकारी स्कूलों का नाम आते ही एक ऐसी इमेज बन जाती है जिसमें किसी प्रकार की सुविधाएं नहीं हैं लेकिन वर्तमान में स्थितियां बदल गई हैं। अब जनपद के सैकड़ों ऐसे स्कूल है जो निजी स्कूलों को मात दे रहे हैं।
- एचपीसीएल ने सरकारी स्कूलों का किया कायाकल्प
अमन यात्रा, कानपुर देहात। सरकारी स्कूलों का नाम आते ही एक ऐसी इमेज बन जाती है जिसमें किसी प्रकार की सुविधाएं नहीं हैं लेकिन वर्तमान में स्थितियां बदल गई हैं। अब जनपद के सैकड़ों ऐसे स्कूल है जो निजी स्कूलों को मात दे रहे हैं। सैकड़ों स्कूल ऐसे हैं जो जरूरी सुख सुविधाओं से परिपूर्ण हैं लेकिन सवाल आता है कि ऐसा कैसे हुआ, क्या सरकार ने सभी स्कूलों में करोड़ों रुपए खर्च किया, जी नहीं, यह जनपद के ही एचपीसीएल जैसे दानदाताओं का कमाल है जिन्होंने दान देकर स्कूलों को बेहतर दिशा दिलाई। दान भी सामान्य नहीं स्कूलों को एक साल में लाखों रुपए का दान दिया है।
गुरुवार को संविलियन उच्च प्राथमिक विद्यालय सरवनखेड़ा में एचपीसीएल से अहिभूषण भट्टाचार्य एवं प्रशांत शर्मा प्रबंधक ने उपस्थित होकर सरस्वती की प्रतिमा का माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सीएसआर फण्ड के अंतर्गत विद्यालयो को दी गयी सामग्री से सम्बंधित प्रमाणपत्र संविलियन उच्च प्राथमिक विद्यालय सरवनखेड़ा के साथ-साथ संविलियन उच्च प्राथमिक विद्यालय भदेसा, संविलियन उच्च प्राथमिक विद्यालय स्योंदा, संविलियन उच्च प्राथमिक विद्यालय बिल्टी, प्रा.वि. मालवर, प्रा.वि. सेरुआ, प्रा.वि. सरवनखेड़ा द्वितीय, प्रा.वि. मनेथू, प्रा.वि. जिगनीपुरवा के प्रधानाध्यापकों को भी सौंपा गया। सभी प्रधानाध्यापकों द्वारा एचपीसीएल का आभार व्यक्त किया गया एवं छात्राओं के द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत गाया।
गयाजफर अख्तर, धर्मेंद्र सिंह चौहान, प्रीति त्यागी, ऋषभ बाजपेई, विपिन त्रिवेदी, सुमन यादव, शिल्पा पालीवाल, दीपमाला, रश्मि सिंह, विटीकेश्वर प्रसाद, प्रियंका यादव, अर्चना द्विवेदी, रविन्द्र द्विवेदी, अनीता कुमारी, कंचनलता, पीयूष मिश्रा, गोरेन्द्र सचान, चित्र वर्मा, अनुज कुमार, ज्योति सिंह आदि उपस्थित रहे।
एचपीसीएल द्वारा प्रत्येक स्कूल को प्रदान की गई सामग्री-
सरकारी स्कूलों का कायाकल्प करने में हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि. अहम भागीदारी निभा रहा है। कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत एचपीसीएल ने जिले में गांवों के सरकारी स्कूलों के उत्थान का बीड़ा उठाते हुए अब तक 14 सरकारी स्कूलों में 95.87 लाख रुपए की लागत से जरूरत का सामान उपलब्ध कराया है। एचपीसीएल ने नामांकित छात्रों के अनुसार स्कूलों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए हैं।
प्रत्येक स्कूल को ड्यूल डेस्क, कुर्सी-मेज, प्रिंसिपल ऑफिस टेबल, टीचर चेयर, सीलिंग फैन, ग्रीनबोर्ड, वाटर कूलर, वाटर प्यूरीफायर, वाटर टैंक, स्मार्ट क्लास के लिए कंप्यूटर, लाइब्रेरी टेबल, स्टील अलमारियां, डस्टबिन प्रदान की हैं।