इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि ग्राम पंचायतों को डिजिटल बनाने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में, ग्राम पंचायत सचिवों की उपस्थिति को डिजिटल रूप से दर्ज करने के लिए यह ऐप बनाया गया है। अब सचिवों को अपनी उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करानी होगी, जिससे उनकी कार्यशैली में सुधार आएगा और पंचायतों के कार्यों में पारदर्शिता आएगी।
ऐप की विशेषताएं:
- फेस वेरिफिकेशन: सचिवों को अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए चेहरे की पहचान का उपयोग करना होगा, जिससे फर्जी हाजिरी पर रोक लगेगी।
- जीपीएस ट्रैकिंग: ऐप जीपीएस लोकेशन को ट्रैक करेगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि सचिव निर्धारित स्थान पर ही हैं।
- लेट अटेंडेंस और फेक लोकेशन ट्रैकिंग: ऐप लेट अटेंडेंस और फर्जी लोकेशन को भी ट्रैक करेगा, जिससे अनियमितताओं पर नियंत्रण रहेगा।
- अवकाश प्रबंधन: सचिवों को अपने अवकाश के लिए भी इस ऐप का उपयोग करना अनिवार्य होगा।
डिजिटल अटेंडेंस पॉलिसी के लाभ:
- सचिवों की उपस्थिति को डिजिटल रूप से ट्रैक किया जा सकेगा।
- पंचायत के कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी।
- फर्जी हाजिरी पर लगाम लगेगी।
- सचिवों की कार्यशैली में सुधार आएगा।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि इस ऐप के माध्यम से ग्राम पंचायतों के कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा। उन्होंने सभी पंचायत सचिवों से इस नई प्रणाली का पूरी ईमानदारी से पालन करने की अपील की है।