साहिब! अधूरे पंचायत भवन का आधार संकट में
जहां एक और सूबे की सरकार लाखों रुपए की लागत से गांव में पंचायत भवनों का निर्माण करवा रही है। वही मैथा ब्लॉक में 37 पंचायत भवनों के सापेक्ष 20 पंचायत भवन अधूरे पड़े है। जिसमें मैथा ब्लॉक के नेवादा देवराय गांव का निर्माणाधीन पंचायत भवन बरसात के पानी से चारों ओर से घिर गया है।

शिवली, श्रीकांत अग्निहोत्री। जहां एक और सूबे की सरकार लाखों रुपए की लागत से गांव में पंचायत भवनों का निर्माण करवा रही है। वही मैथा ब्लॉक में 37 पंचायत भवनों के सापेक्ष 20 पंचायत भवन अधूरे पड़े है। जिसमें मैथा ब्लॉक के नेवादा देवराय गांव का निर्माणाधीन पंचायत भवन बरसात के पानी से चारों ओर से घिर गया है। बरसात से पंचायत भवन की नीव में पानी आ जाने से भवन की नींव के लिए खतरा बन गया है।
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जिसको लेकर ग्रामीणों ने तालाब के किनारे बन रहे पंचायत भवन को तालाब के किनारे से हटाकर हनुमानगढ़ी पड़ाव पर स्थित करवाने की बात कह रहे हैं। ग्रामीणों ने ग्राम सचिव रोहित कुमार गौतम व पूर्व प्रधान सूरजमुखी की मनमानी के चलते पंचायत भवन को तालाब के पास चिन्हित कर बनवाया जा रहा है। जिसका हम सभी ग्रामीण विरोध करते हैं क्योंकि तालाब के किनारे बनाए जा रहे पंचायत भवन अस्तित्व आगामी भविष्य के लिए अच्छा नहीं होगा इसलिए तालाब के किनारे बन रहे पंचायत भवन को वहां से हटाकर ग्राम समाज की खाली पड़ी काफी मात्रा में जमीन हनुमान पडाव गढ़ी के पास है.
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वहां बनवाने की मांग कर रहे हैं ग्रामीणों में हरि स्वरूप द्विवेदी ,उमाकांत बाजपेई, छोटे राठौर ,मिश्रीलाल प्रजापति, वेद प्रकाश दुबे ,हरि शंकर पाल ,गणेश शंकर शुक्ला, बऊवन तिवारी ,गुरु प्रसाद तिवारी सत्यम दिक्षित, विवेक दीक्षित,आदि दर्जनों ग्रामीणों ने तालाब के पास बनाए जा रहे पंचायत भवन का विरोध किया है। वहीं ग्रामीणों का मानना है कि तालाब के पास पंचायत भवन बनने से भवन की नींव पानी के चलते कमजोर रहेगी जिससे पंचायत भवन का अस्तित्व खतरे से खाली नहीं होगा लेकिन सचिव व पूर्व प्रधान की मनमानी के चलते पंचायत भवन की नींव तालाब के पास रखवा दी गई है।
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जहां पिछले 2 दिनों से हो रही लगातार बारिश ने पंचायत भवन के चारों ओर से पानी ने घेर लिया है जिससे अधूरे पंचायत भवन का आधार संकट में है इसलिए ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से अपील की है कि पंचायत भवन को तालाब के पास से हटाकर हनुमानगढ़ी पडाव मंदिर के पास बनवाए जाने की पुरजोर मांग की है।
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