कांग्रेस को मई में मिल सकता है नया अध्यक्ष
किसान आंदोलन को लेकर भी सोनिया ने मोदी सरकार को घेरा है. सोनिया ने कहा है कि किसानों को लेकर सरकार असंवेदनशील है, कांग्रेस पार्टी तीनों कृषि कानूनों को खारिज करती है.
“तीनों किसान कानून जल्दबाजी में तैयार किए गए”
सोनिया गांधी ने कहा, ‘किसानों का आंदोलन जारी है और सरकार ने इस पर असंवेदनशीलता और अहंकार वाला रुख दिखाया है. ये बिल्कुल साफ है कि तीनों कानून जल्दबाजी में तैयार किए गए और संसद को जानबूझकर इन कानूनों को समझने, उनके प्रभावों की जांच करने से दूर रखा गया है. हमारी स्थिति शुरू से ही बहुत स्पष्ट रही है, हम उन्हें साफ तौर पर नामंजूर करते हैं क्योंकि वो खाद्य सुरक्षा की नींव को नष्ट कर देंगे जो एमएसपी, सार्वजनिक खरीद और पीडीएस के तीन खंभों पर आधारित हैं.
अर्णब पर सोनिया गांधी ने कहा, “हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर बहुत परेशान करने वाली खबरें आई हैं. मुझे लगता है कि कुछ दिन पहले ही एंटनी जी ने कहा था कि सैन्य अभियानों के आधिकारिक रहस्यों को लीक करना देशद्रोह है. फिर जो कुछ भी सामने आया है, उस पर सरकार की तरफ से चुप्पी सरकार के बहरेपन को दिखाती है, जो लोग दूसरों को देशभक्ति और राष्ट्रवाद का प्रमाण पत्र देते हैं, वो अब पूरी तरह बेनकाब हो गए हैं.”