स्वरोजगार की ओर एक कदम: खाद्य प्रसंस्करण प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ
स्वरोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मलासा विकासखंड के बरौर कस्बे में दो दिवसीय खाद्य प्रसंस्करण ग्रामीण स्वरोजगार कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

- बरौर में दो दिवसीय कार्यक्रम, प्रशिक्षार्थियों को मिली सब्सिडी और लोन की जानकारी
पुखरायां – स्वरोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मलासा विकासखंड के बरौर कस्बे में दो दिवसीय खाद्य प्रसंस्करण ग्रामीण स्वरोजगार कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। गुरुवार को इसका उद्घाटन जिला पंचायत संजय सचान ने फीता काटकर किया। इस दौरान प्रशिक्षार्थियों को खाद्य प्रसंस्करण से जुड़ी विभिन्न तकनीकों और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में प्रशिक्षार्थियों को चना, सत्तू, नींबू का अचार और फल-सब्जियों से बने अन्य उत्पादों के निर्माण के बारे में बताया गया। इसके साथ ही, उन्हें मशीनीकरण, रजिस्ट्रेशन और बैंक लोन से संबंधित आवश्यक दस्तावेजों की तैयारी की जानकारी भी दी गई। डीआरपी शिवम त्रिपाठी ने बताया कि इस योजना के तहत लाभार्थियों को ₹2 लाख तक के लोन पर 50% या अधिकतम ₹1 लाख की सब्सिडी की व्यवस्था है, बशर्ते उनका सिबिल स्कोर बैंक के नियमों के अनुसार हो।
मुख्य अतिथि संजय सचान ने प्रशिक्षार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे इस योजना को ठीक से समझकर नए उद्योग स्थापित करें, जिससे उनके परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त होकर नई दिशा मिल सके। डीआरपी शिवम त्रिपाठी ने यह भी आश्वासन दिया कि यदि लाभार्थियों को विपणन में कोई समस्या आती है, तो वे स्वयं उनके उत्पाद खरीदकर सहायता करेंगे।
इस मौके पर सेवानिवृत्त अध्यापक राजकुमार त्रिपाठी, सेवानिवृत्त राजकीय फल संरक्षण केंद्र प्रभारी नरेश सचान, और कार्यक्रम आयोजक प्रभारी वैभव शर्मा भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में लगभग दो दर्जन से अधिक प्रशिक्षार्थी उपस्थित थे, जिनमें मंजू देवी, रीना सचान, सपना, निर्मला शर्मा और अन्य शामिल थे। सभी प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण अभिलेख दिए गए और कार्यक्रम के अंत में उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा, जिसके बाद उनकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने में मदद की जाएगी।
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