कानपुर, अमन यात्रा। ग्राम पंचायत भौंरा से प्रधान पद के प्रत्याशी की कानपुर से वापस आते समय मौत हो गई। वह पिछले दो दिनों से बुखार आदि से जूझ रहे थे। घरवालों का आरोप है कि हैलट में डाक्टरों ने झाड़-फूंक कराने की सलाह देकर वापस कर दिया था।

भौंरा गांव निवासी रामप्रसाद निषाद का 33 वर्षीय पुत्र संतोष निषाद पंचायत चुनाव में प्रधान पद का उम्मीदवार था। उन्हें चुनाव चिह्न चूड़ी आवंटित हुआ था। दो दिन पूर्व बुखार आने पर इसको उपचार के लिए कानपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार को हालत बिगडऩे पर इसको हैलट रेफर किया गया। घरवालों का कहना है कि हैलट पहुंचने पर डॉक्टरों ने भर्ती करने के बजाए झाड़-फूंक कराने की सलाह देकर वापस कर दिया। इसके प्रस्तावक जगन्नाथ ने बताया कि कानपुर से वापस लौटते समय नौबस्ता के पास इसकी मौत हो गई। गांव में ही शाम को उसका अंतिम संस्कार किया गया। एडीओ पंचायत सत्यप्रकाश गुप्ता ने बताया कि उम्मीदवार की मृत्यु के बाद प्रधान पद का चुनाव निरस्त कर दिया जाएगा। आयोग के आदेश पर यहां चुनाव के लिए दोबारा कार्यक्रम घोषित होगा।