हाउस होल्ड सर्वे से चिह्नित होंगे आउट आफ स्कूल बच्चे
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा किन्हीं कारणवश अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ने वाले 6 से 14 वर्ष तक के आउट ऑफ स्कूल बच्चों के चिह्नीकरण का अभियान शुरू होगा। इसका आदेश जारी हो चुका है। सरकार की मंशा है कि बेसिक स्कूलों में छात्र नामांकन को बढ़ाने के साथ ऐसे बच्चों को मुख्य धारा में जोड़ा जाए। चिह्नीकरण के बाद बच्चों का उनकी आयु के अनुसार नजदीकी स्कूल में नामांकन किया जाएगा
- परिवार सर्वेक्षण (हाउस होल्ड सर्वे) का आदेश प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने किया जारी
- प्रथम चरण 17/6/2024 से 16/7/2024 एवं द्वितीय चरण 1/8/2024 से 31/8/2024 तक
कानपुर देहात। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा किन्हीं कारणवश अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ने वाले 6 से 14 वर्ष तक के आउट ऑफ स्कूल बच्चों के चिह्नीकरण का अभियान शुरू होगा। इसका आदेश जारी हो चुका है। सरकार की मंशा है कि बेसिक स्कूलों में छात्र नामांकन को बढ़ाने के साथ ऐसे बच्चों को मुख्य धारा में जोड़ा जाए। चिह्नीकरण के बाद बच्चों का उनकी आयु के अनुसार नजदीकी स्कूल में नामांकन किया जाएगा। ऐसे बहुत से बच्चे हैं जो किन्हीं कारणवश स्कूल नहीं जाते या बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं। शैक्षिक सत्र 2024-25 में ऐसे आउट ऑफ स्कूल बच्चों के चिन्हीकरण, पंजीकरण एवं नामांकन हेतु शारदा ऐप संचालित किया गया है।
इसके तहत अध्यापक, शिक्षामित्र व अनुदेशकों द्वारा हाउस होल्ड सर्वे के माध्यम से दो चरण में चिह्नीकरण, पंजीकरण एवं नामांकन किया जायेगा। पहला चरण 17 जून से 16 जुलाई तक और दूसरा चरण 1 अगस्त से 31 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान स्कूल में पंजीकृत सभी बच्चों की उपस्थिति विद्यालय में सुनिश्चित की जाएगी। मोबाइल एप के माध्यम से होने जा रहे सर्वे में खासतौर से उन बच्चों पर फोकस होगा जो कचरा बीनने, गैराज/फैक्ट्री, होटल/ढाबे, ईंट भट्ठों/खदानों में काम करना, बाल विवाह, गरीबी, दिव्यांगता आदि कारणों से स्कूल नहीं जाते।
आउट ऑफ स्कूल बच्चों की पढ़ाई में घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होना एक बड़ा कारण है। ऐसे में इन परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाते हुए बच्चों को स्कूल में दाखिला कराने के निर्देश समस्त प्रधानाध्यापकों को दिए गए हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय का कहना है कि ऐसे बहुत से बच्चे हैं जो किसी कारणवश स्कूल नहीं जा पाते। हाउस होल्ड सर्वे कर उन बच्चों को चिह्नित किया जाएगा। फिर उनका उम्र के हिसाब से नजदीकी स्कूल में नामांकन कराया जाएगा। इसका शासनादेश आ गया है।