कानपुर देहात

हेडमास्टर साहबान मानव सम्पदा पोर्टल पर अप्रूव नहीं कर पा रहे छुट्टियां

वर्तमान में परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को सभी प्रकार के अवकाश मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से मिलते हैं किंतु यह देखा गया है कि कई प्रधानाध्यापक इसमें भी गोलमाल कर रहे हैं।

कानपुर देहात,अमन यात्रा – वर्तमान में परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को सभी प्रकार के अवकाश मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से मिलते हैं किंतु यह देखा गया है कि कई प्रधानाध्यापक इसमें भी गोलमाल कर रहे हैं। प्रधानाध्यापक अपने विद्यालय के सहयोगी शिक्षकों की छुट्टियां बड़े ही दिमाग से बचा रहे हैं। सहायक अध्यापक जब मानव संपदा पोर्टल पर छुट्टी के लिए आवेदन कर देते हैं तो वे उसका स्क्रीनशॉट संबंधित संकुल व खंड शिक्षा अधिकारी को भेज देते हैं उसके बाद प्रधानाध्यापक उस छुट्टी को अप्रूव नहीं करते हैं। अगर स्कूल में कोई अधिकारी जांच करने नहीं गया तो अगले दिन उस छुट्टी को निरस्त कर देते हैं। अगर कोई जांच के लिए पहुंचता है तो वे अपने सहयोगी सहायक अध्यापक की छुट्टी को अप्रूव कर देते हैं। कभी-कभी अगर अचानक से कोई चेकिंग करने पहुंच जाता है तो पकड़े जाने पर कहती हैं कि सर हमें अप्रूव करना नहीं आता। इस बाबत बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पांडे का कहना है कि कोई भी प्रधानाध्यापक या सहायक अध्यापक या अन्य कर्मचारी आकस्मित अवकाश या किसी अन्य अवकाश के लिए मानव संपदा पोर्टल पर आवेदन करता है तो उस अवकाश को प्रधानाध्यापक य इंचार्ज प्रधानाध्यापक को तुरंत ही अप्रूव करना होगा क्योंकि अवकाश लेने वाले व्यक्ति द्वारा प्रधानाध्यापक को पहले ही सूचित कर दिया जाता है। अगर कहीं पर निरीक्षण के दौरान यह तथ्य सामने आता है कि प्रधानाध्यापक ने सहायक अध्यापक द्वारा किए गए मानव संपदा पोर्टल के आकस्मिक अवकाश को अप्रूव नहीं किया है तो प्रधानाध्यापक को दोषी मानते हुए उन पर विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। बताते चलें उत्तर प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को सभी प्रकार के अवकाश के लिए मानव संपदा पोर्टल पर ही आवेदन करना होता है। चार दिन तक के अवकाश की स्वीकृति प्रधानाध्यापक जबकि उससे अधिक के लिए खंड शिक्षाधिकारी से अनुमति लेनी होती है। चिकित्सकीय अवकाश के लिए यदि मेडिकल सर्टिफिकेट अपलोड कर दिया गया है तो दो दिन में खंड शिक्षाधिकारी को सहमति या असहमति देनी होती है। उसके बाद यह प्रार्थनापत्र बीएसए के पोर्टल पर पहुंच जाता है जिसे  स्वीकृति बीएसए प्रदान करते हैं। संबंधित शिक्षक को ज्वाइनिंग भी पोर्टल के जरिए ही करनी होती है।
अवकाश को ऐसे करें अप्रूव-
1. मानव सम्पदा पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं फिर सबसे पहले अपनी मानव सम्पदा आईडी को लॉगिन करें।
2. लीव माड्यूल पर क्लिक करें फिर अदर लीव पर जाएं
3. अदर लीव में व्यू पेंडिंग रिक्वेस्ट पर जाएं, यहां आपको भेजी गयी छुट्टियां दिखाई देंगी।
4. भेजी गयी छुट्टी के सामने एडिट का ऑप्शन शो होगा उस पर क्लिक करें।
5. इसके उपरांत दो ऑप्शन दिखाई देंगे पहला टेक एक्शन दूसरा रीजन इफ एनी
6. टेक एक्शन में छुट्टी को अप्रूव, रिजेक्ट, फॉरवर्ड के ऑप्शन होंगे,
अगर आप छुट्टी रिजेक्ट करते हैं तो रीजन इफ एनी में स्पष्ट कारण भरें।
7. अप्रूव या रिजेक्ट की गई सभी छुट्टियां डिस्पोज्ड लीव्स में दिखाई देंगीं।
सभी प्रधान शिक्षक उक्त प्रक्रिया को अच्छे से पढ़ लें और समझ लें अप्रूवल/रिजेक्शन का डेमो कर लें कि विद्यालय के सहायक अध्यापक या अन्य शिक्षणेत्तर कर्मचारी की छुट्टी कैसे अप्रूव करनी है अन्यथा की स्थिति में कार्यवाही की चपेट में आ सकते हैं।
Author: aman yatra

aman yatra

Recent Posts

रनिया के कॉलेज में ‘मिशन शक्ति’ की गूंज: छात्रों को बताया साइबर अपराध से लड़ने का तरीका

कानपुर देहात, रनियां: रनिया के ओंकारेश्वर इंटर कॉलेज में आज का दिन बेहद खास रहा।…

1 hour ago

रनियां: बंद पड़ी फैक्ट्री में मिला अज्ञात शव, हत्या की आशंका

कानपुर देहात: रनियां थाना क्षेत्र के चिटिकपुर में एक बंद पड़ी सरिया फैक्ट्री में आज…

2 hours ago

उर्वरक केंद्रों पर उप कृषि निदेशक का छापा, खाद वितरण में गड़बड़ी पर लगाई फटकार

कानपुर नगर: किसानों को समय पर और सही दाम पर खाद मिले, यह सुनिश्चित करने…

2 hours ago

पुखरायां में छात्र ने लगाई फांसी, पुलिस जांच में जुटी

कानपुर देहात: भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के पुखरायां कस्बे में आज एक दुखद घटना सामने आई,…

2 hours ago

रसूलाबाद में लाखों की चोरी: घर में सेंधमारी कर उड़ाए जेवर और नगदी

कानपुर देहात: रसूलाबाद थाना क्षेत्र के पम्मापुरा गांव में चोरों ने एक घर को निशाना…

2 hours ago

बालिका व बालक गृह का औचक निरीक्षण, खामियां मिलने पर अधिकारियों को निर्देश

कानपुर नगर: कानपुर नगर में जिला जज चवन प्रकाश, जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह और जिला…

3 hours ago

This website uses cookies.