100 दिन के लक्ष्य का शत-प्रतिशत प्राप्त किया प्रदेश सरकार ने : प्रभारी मंत्री
गत दिवस वृक्षारोपण कार्यक्रम के पश्चात राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुछेछा में आयोजित कार्यक्रम में जनपद के प्रभारी मंत्री / मत्स्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार डॉ संजय कुमार निषाद ने लोगों को बताया,
हमीरपुर- गत दिवस वृक्षारोपण कार्यक्रम के पश्चात राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुछेछा में आयोजित कार्यक्रम में जनपद के प्रभारी मंत्री / मत्स्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार डॉ संजय कुमार निषाद ने लोगों को बताया कि सरकार के 100 दिन की अवधि के दौरान मत्स्य विभाग द्वारा मत्स्य पालन में वित्तीय सहायता हेतु प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनान्तर्गत वितीय वर्ष 2022-23 हेतु प्रदेश की कार्ययोजना तैयार किये जाने हेतु 1 जुलाई से 20 जुलाई तक विभागीय पोर्टल http://fymis.upsdc.gov.in पर आनलाईन आवेदन हेतु खोला गया है, जिसमें प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अन्तर्गत संचालित होने वाली लगभग 25 परियोजनाओं में वित्तीय लाभ / अनुदान (एस.सी/एस.टी, महिलाओं के लिए परियोजना लागत का 60 प्रतिशत यानी दस हजार में 6 हजार और सभी वर्ग के पुरुषों को 40 प्रतिशत यानी 10 हजार में 4 हजार लेने हेतु) आनलाईन आवेदन लिया जा रहा है।
योजना में मुख्य रूप से तालाब निर्माण, मछली पालन मे होने वाला व्यय, खारे जल में तालाब निर्माण, मछली पालन में होने वाला व्यय, मत्स्य बीज हैचरी की स्थापना, बायोफ्लाक टैंक विभिन्न श्रेणी के बड़े माध्यम और छोटे आकार के आर०ए०एस० एवं बायोफ्लाक, विभिन्न श्रेणी की फिश फीड मिल, साइकिल आइस बाक्स के साथ, मोटर साइकिल आइस बाक्स के साथ, थ्री व्हिलर आइस बाक्स के साथ, इन्सुलेटेड वाहन, रेफ्रीजिरेटेड वाहन, मत्स्य बीज नर्सरी, घर के आगे पीछे छोटे तालाब, मनोरंजन युक्त तालाब, जिंदा मछली विक्रय केंद्र, केज कल्चर आदि परियोजनाएं प्रमुख हैं। इच्छुक व्यक्ति अपनी इच्छानुसार परियोजनाओं का चयन करते हुए निर्धारित समयावधि के अन्दर वित्तीय सहायता हेतु आनलाइन आवेदन करें महिलाओं और अनुसूचित जाति के लिए 60 प्रतिशत अनुदान की व्यवस्था है। पुरुष एवं सामान्य श्रेणी के लिए 40 प्रतिशत है। मत्स्य पालन के क्षेत्र में उत्पादन और क्रय-विक्रय से संबंधि जानकारी देने हेतु मत्स्य विभाग द्वारा 50-50 के बैच का जिला स्तर पर निःशुल्क शिक्षण प्रशिक्षण का कार्यक्रम 1 जुलाई से आयोजित किया जा रहा है,
जिसमें बिंदुवार योजनाओं के बारे में योजनाओं की पात्रता के बारे में किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में, उनके अहर्ता, नियम एवं शर्तों के बारे में जानकारी दी जाएगी किसान क्रेडिट कार्ड की आर०बी०आई की नई गाइडलाइन है, जिसमें किसी मत्स्य पालक के पास जाल या नाव हो, छोटे या बड़े पोखरे हो, मत्स्य पालन के क्षेत्र और क्रय विक्रय से संबंधित प्रमाणिक दस्तावेज बैंक में जमा करने पर किसान क्रेडिट कार्ड जो फिशरीज क्रेडिट कार्ड का स्वरूप धारित करता है, बैंक 1 लाख 60 हजार क्रेडिट लिमिट के साथ बिना किसी कोलेटरल गारन्टी के व्यवसाय करने की अनुमति देता है। जानकारी के अभाव में मछुआ समुदाय किसान क्रेडिट कार्ड से वंचित हैं इस लिए व्यवसाय नहीं कर पा रहा है और मछुआ दुर्घटना बीमा (निःशुल्क) का लाभ भी नहीं प्राप्त कर पाते हैं। प्रशिक्षण में विस्तार से जानकारी दी जाएगी कि निःशुल्क दुर्घटना बीमा का लाभ प्राप्त करने के लिए केवल 2 प्रपत्र, आधार कार्ड और बैंक विवरण देकर प्राप्त किया जा सकता है।
मछुआ दुर्घटना बीमा में मृत्यु होने पर 5.00 लाख रूपए नॉमिनी को पूर्ण अपंगता की दशा में लाभार्थी को 5 लाख रूपए की धनराशि, आंशिक अपंगता की दशा में 2.5 लाख रूपए और दुर्घटना होने पर हॉस्पिटल में भर्ती होने पर 25000/- रूपए का राहत लाभ विभाग के द्वारा प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान निःशुल्क तालाब की मिट्टी और पानी जांच के नमूने प्राप्त किये जाएंगे।मत्स्य पालन के क्षेत्र से जुड़े हुए जितने भी किसान है उनके हितार्थ सभी से उन्होंने अपील की है कि 1 जुलाई से अपरान्ह 10:00 बजे से अपने मोबाइल में गूगल एप डाउनलोड करके अथवा वेबसाइट पर जा कर upfishrics mis या विभागीय पोर्ट http://fymis.upsdc.gov.in पर जा कर पंजीकरण करके आवेदन करना होगा। अलग-अलग योजनाओं के लिए अलग-अलग अर्हतायें हैं। लाभार्थी को चाहिए कि अपनी क्षमता और योग्यता के अनुसार योजना का चयन का लाभ लें और आय में वृद्धि करें।
यह पोर्टल 20 जुलाई 2022 तक ही खुलेगा और आवेदन लिया जाएगा। जिनके कुछ प्रपत्र पूरे न होने की दशा में चयन तक जमा कर सकते हैं। भारतीय संस्कृति की मान्यता है कि धन की देवी लक्ष्मी कमल पर होती है कमल पानी में होता है। इसका मतलब धन देवी लक्ष्मी पानी में हैं। उन्होंने सभी शिक्षित अशिक्षित बेरोजगारों से अपील और निवेदन किया कि मत्स्य पालन के क्षेत्र में विस्तृत जानकारी विभाग से, विभाग की वेबसाइट http://fymis.upsdc.gov.in से… https://dof.gov.in/ से https://nfdb.gov.in/ पोर्टल से, UP Fish Farmer App, विभागीय अधिकारियों से, जनपद, मंडल के अधिकारियों से संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर मत्स्य पालन के क्षेत्र में आयें, रोजगार पायें, पौष्टिक भोजन पैदा करें बेरोजगारी भगायें और राजस्व की वृद्धि करें, समृद्धिशाली बनें।