कानपुर,अमन यात्रा । लंदन में रहने वाले जाने-माने शिपिंग कारोबारी रवि कुमार मेहरोत्रा का दिल अपनी मिट्टी के लिए आज भी उसी तरह धड़कता है, जैसे बचपन में धड़का करता था। शहर में पले बढ़े रवि को कानपुर की अपनी धरती से इतना प्यार है कि वह विदेश में बैठकर इसके विकास के लिए आगे आए हैं। मां गंगा के प्रति लगाव उन्हें बचपन से रहा है। यह उस समय की बात है जब वह अपनी मां अमर देवी मेहरोत्रा के साथ गंगा स्नान करने जाया करते थे। उनकी मां रोजाना रानी घाट जाकर गंगा स्नान व पूजा अर्चन करती थींं। इसीलिए वह गंगा किनारे से शहर के सौंदर्यीकरण की शुरुआत करना चाहते हैं।

गंगा घाट के विकास की इच्छा

आर्यनगर निवासी रवि कुमार बचपन में गंगा किनारे बैठकर वहां के मनोरम दृश्यों को देखकर प्रफुल्लित होते थे। जब-जब वह शहर आते हैं तब-तब गंगा के किनारे जरूर जाते हैं। रानी घाट से बैराज तक के क्षेत्र को इस तरह विकासित करना चाहते हैं कि दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बने। इसके लिए वह डेढ़ सौ से दो सौ करोड़ का निवेश करना चाहते हैं।

यूपी सरकार से मांगी गंगा किनारे जगह

अमर मेरीटाइम ट्रेनिंग एकेडमी के समन्वयक देवेंद्र सिंह ने बताया कि फोरसाइट ग्रुप के संस्थापक डॉ. रवि कुमार मेहरोत्रा ने गंगा किनारे के क्षेत्र को विकसित करने के लिए सरकार से जगह मांगी है, लेकिन अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। गंगा किनारे निर्माण के बाद 30 वर्ष तक वह उसका मेंटीनेंस का जिम्मा उठाएंगे, जिससे पर्यटन के लिहाज से और अच्छा विकास किया जा सके।

भावनगर में स्थापित कर रहे एलएनजी फार्म

रवि भावनगर में गुजरात सरकार व मफतलाल ग्रुप के साथ लिक्विफाइड नेचुरल गैस (एलएनजी) फार्म स्थापित कर रहे हैं। इंडियन मैरीटाइम यूनिवर्सिटी के तहत आने वाले मैरीन इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट कोलकाता (पूर्ववर्ती द डायरेक्ट्रेट ऑफ मैरीन इंजीनियरिंग ट्रेनिंग) के गोल्ड मेडलिस्ट रहे रवि

अब शिपिंग कॉरपोरेशन खरीदने के लिए आगे आ रहे हैं।